नई दिल्ली- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा है कि हम उस कौम से हैं कि अगर बर्बाद करने पर आए तो हिन्दुस्तान को छोड़ेंगे नहीं। नई एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सब्र की अगर सीमा देखना चाहते हैं तो 1947 के बाद 2020 तक हिंदुस्तानी मुसलमानों के सब्र की सीमा देखिए। कभी कोशिश नहीं की कि हिंदुस्तान टूट जाए वरना हम उस कौम से हैं कि अगर बर्बाद करने पर आए तो छोड़ेंगे नहीं किसी देश को इतना गुस्सा है।
उन्होंने कहा कि अमित शाह आएं और हमारे 12वीं क्लास के स्टूडेंट के साथ डिबेट करें। उम्मीद है वो जीत नहीं पाएंगे। वो पांच प्वाइंट भी दे दें तो मैं उनके साथ खड़ा हो जाऊंगा प्रोटेस्ट करूंगा CAA के पक्ष में।
इस बयान के बाद फैजुल हसन को लोग जमकर लताड़ रहे हैं। लोगों का कहना है कि इनकी कौम को दुनिया में शक की नज़र से जो देखा जाता है उसकी वजह यही है ये जिस भी देश में रहते हैं उसे सिर्फ बर्बाद करने की ही बात करते हैं।
फैजुल हसन AMUSU के पूर्व अध्यक्ष: सब्र की अगर सीमा देखना चाहते हैं तो 1947 के बाद 2020 तक हिंदुस्तानी मुसलमानों के सब्र की सीमा देखिए। कभी कोशिश नहीं की कि हिंदुस्तान टूट जाए वरना हम उस कौम से हैं कि अगर बर्बाद करने पर आए तो छोड़ेंगे नहीं किसी देश को इतना गुस्सा है। https://t.co/cdynhDubfm pic.twitter.com/VM6WJJ2Hm6— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 23, 2020
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