नई दिल्ली: लगभग 32 दिन बाद दिल्ली में मतदान होने वाले हैं और ओपिनियन पोल ने भाजपा और कांग्रेस की नींद उड़ा दी है। केजरीवाल को फिर प्रचंड बहुमत मिलते दिखाया जा रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि केजरीवाल ने ये पोल पैसे देकर करवाया है लेकिन ऐसे लोगों को अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए कि जिन राज्यों में भाजपा और कांग्रेस की सरकारें हैं उन राज्यों में कितना विकास हुआ है। बेतहाशा बिजली के बिलों में वृद्धि हुई है। कई तरह के टैक्स बिजली के बिल में लगाए जाते हैं। बेचारी जनता सिसक-सिसक कर बिजली के बिल भरती है। दिल्ली की जनता नहीं सिसकती क्यू कि केजरीवाल ने काफी राहत दी है।
बात करते हैं शिक्षा की तो भाजपा और कांग्रेस की जिन राज्यों में सरकारें हैं वहां के अविभावकों की सरेआम शिक्षा माफिया जेब काट रहे हैं और सरकारें तमाशा देख रही हैं। सरकारी स्कूलों की हालत खस्ता है ,हद से ज्यादा गरीब ही अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजते हैं। 90 फीसदी लोग अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में नहीं भेजना चाहते। दिल्ली में काफी कुछ इन पांच वर्षों में ठीक हुआ है। सरकारी अस्पतालों की हालत सुधारी गई है।
स्वास्थ्य की बात करें तो भाजपा और कांग्रेस की जिन राज्यों में सरकारें हैं वहां के गरीब सरकारी अस्पतालों में बेमौत मर रहे हैं। राजस्थान के कांग्रेस की सरकार है और कोटा ने 110 मासूमों की मौत हो चुकी है। गुजरात में भाजपा की सरकार है जहाँ राजकोट के अस्पताल में 1 महीने में 111 बच्चों की मौत हो चुकी है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में भी काफी बच्चों की मौत हुई थी। दिल्ली में ऐसा कुछ नहीं है। केजरीवाल ने सरकारी अस्पतालों की हालत सुधारी है। भाजपा और कांग्रेस की जहाँ सरकारें हैं वहां के लोग भी दिल्ली की सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाने पहुँचते हैं। पीएम की आयुष्मान योजना लगभग फेल है। गरीब इसका फायदा नहीं उठा पा रहे हैं। गिनती के लोगों को ही इस योजना का फायदा मिल रहा है। 2011 की जनगणना में करोड़पतियों का भी बीपीएल राशन कार्ड बना था, वो सब ही आयुष्मान भारत योजना का फायदा उठा रहे हैं।
पानी की बात करें तो दिल्ली में पानी भी कुछ मात्रा में मुफ्त दिया जा रहा है और जहाँ भाजपा और कांग्रेस की सरकार है वहां पानी माफियाओं की बल्ले-बल्ले हो रही है।
बात करते हैं सड़क की तो जहाँ भाजपा और कांग्रेस की सरकारें हैं वहां अगर कोई नई सड़क बनती है तो साल भर के अंदर ही टूटने लगती है। कारण कमीशनखोरी है। बड़ा घपला होता है। पांच साल के अंदर नेता एक सड़क को दो बार बनवा मोटा कमीशन खाते हैं।
भाजपा और कांग्रेस की जहाँ भी सरकारें हैं वहां हद से ज्यादा भ्रष्टाचार है। उदाहरण के रूप में हरियाणा में भाजपा की सरकार है और हाल में हमने बड़ा खुलासा किया था कि हरियाणा के फरीदाबाद जिले में राशन माफिया गरीबों का राशन डकार रहे हैं। करोड़ों का गड़बड़झाला कर रहे हैं। हर माह गरीबों का राशन ब्लैक में बेंच रहे हैं। कोई कार्यवाही नहीं हुई। लगता है भ्रष्टों की टोली एक मंच पर आ चुकी है। हरियाणा की बात करें तो इस बार तो खट्टर दुष्यंत की वैशाखी लेकर चंडीगढ़ पहुँच गए हैं। अगली बार भाजपा को शायद ही 10 सीटें मिलें। जरा देखें केजरीवाल ने आज क्या कहा
Post A Comment:
0 comments: