नई दिल्ली: देश के कुछ लोग देश के कुछ लोगों को भड़काकर, बसें जलाकर, हिंसा करवाकर वोटें गिन रहे हैं। उन्हें लगता है जहां नागरिकता क़ानून के विरोध में ज्यादा भीड़ इकट्ठी हो रही है, ज्यादा आगजनी हो रही है वहां उन्हें ज्यादा वोटें मिलेंगी। ऐसा कुछ इशारा कवि कुमार विश्वाश ने किया है। उन्होंने एक ट्वीट कर लिखा है कि देश लाठियाँ, गोलियाँ, गोले, आँसू, ज़ख़्म, चीखें और नुक़सान गिन रहा है पर जिन्होंने ये आग लगाई-भड़काई-फैलाई व पहुँचाई है वे सारे बस सीटें और वोट गिन रहे हैं ! जो वो दोनों चाहते थे और चाहते हैं, वही हो रहा है ! राजघाट पर कोई ख़ामोश रो रहा है ! भारत को सिर्फ़ भारत बचा सकता है, तस्वीर उत्तर प्रदेश में बस को आग के हवाले लिए। संभल में ऐसा किया गया।
देश लाठियाँ, गोलियाँ, गोले, आँसू, ज़ख़्म, चीखें और नुक़सान गिन रहा है पर जिन्होंने ये आग लगाई-भड़काई-फैलाई व पहुँचाई है वे सारे बस सीटें और वोट गिन रहे हैं ! जो वो दोनों चाहते थे और चाहते हैं, वही हो रहा है ! राजघाट पर कोई ख़ामोश रो रहा है ! भारत को सिर्फ़ भारत बचा सकता है 😢🙏🇮🇳— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) December 19, 2019
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