नई दिल्ली: दिल्ली अग्निकांड में अब मृतकों के परिजनों के बयान आ रहे हैं जो रूह कंपाने वाले हैं। जिस समय आग लगी थी उस समय फैक्ट्री के अंदर फंसे कई मजदूरों ने अपने परिजनों को कर बताया था कि यहाँ आग लग गई है और हम दो-चार मिनट में दम तोड़ देंगें, बचने का कोई रास्ता नहीं है न ही यहाँ से निकलने का कोई रास्ता है इसलिए हम अब अंतिम साँसे ले रहे हैं।
फैक्ट्री में फंसे बिजनौर के मुशर्रफ अली ने अपने दोस्त मोनू उर्फ़ शोभित अग्रवाल से फोन कहा था कि - भईया मोनू यहां आग लग गई है! निकलने का कोई रास्ता नहीं है! अब नहीं बचुंगा मैं! भैया मेरे बच्चों का ख्याल रखना! इमामुद्दीन के ₹5000 दिलवा देना! अब सांस नहीं लिया जा रहा दम घुट रहा है ..भईया मोनू ..इसके बाद मुशर्रफ़ खामोश हो गया यानि उसका दम निकल गया। मुशर्रफ़ उर्फ़ मूसा से शोभित अग्रवाल की बातचीत कुछ यूं थी।
After the massive fire that killed 43 people in Delhi, a chilling audio clip has surfaced online in which Musharraf Ali from UP's Bijnor, the 30-year-old worker was heard urging his brother to take care of his family when he was caught inside the building fire&subsequently died. pic.twitter.com/IySPW2oYZp— Kiki ا (@UrbanXpat) December 9, 2019
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