फरीदाबाद: एनआईटी के विधायक नीरज शर्मा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिख राशन डिपो पर कालाबाजारी रुकवाने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं। नीरज शर्मा ने सीएम को लिखा है कि
विषय अंकित के संदर्भ में आपको अवगत कराना चाहता हूं कि प्रायः ऐसा देखा गया है वह मुझे शिकायतें मिल रही हैं कि गरीबों को पूरा महीना निकल जाता है लेकिन राशन नहीं मिलता राशन कब वितरण किया जाएगा इसकी कोई सूचना भी उपभोक्ताओं को उपलब्ध नहीं होती।
राशन की कालाबाजारी की जा रही है इसी कड़ी में मेरे कुछ निम्नलिखित सुझाव हैं इसके राशन की दुकानों पर पीडीएस सिस्टम में पारदर्शिता आएगी और वितरण सिस्टम भी अच्छा बनेगा मैं चाहूंगा कि आप इसे अमल में लाएं प्रत्येक राशन की दुकान पीडीएस पर एक सुंदर सा स्पष्ट अक्षरों में वोट सूचना पट्ट लगना चाहिए उस पर डिपो होल्डर की फोटो नाम जिस पते नाम पर डिपो अलाट किया गया है उसका नाम पता रजिस्ट्रेशन नंबर जिस अधिकारी की देखरेख में व डिपो है उसका मोबाइल नंबर उपलब्ध हो। इसके साथ एक परिवार को एक डिपो अलाट किया जाए जिससे कि अधिक से अधिक व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध हो।
हरियाणा सरकार उपभोक्ताओं की शिकायतों से संबंधित ऐसा सिस्टम बनाए जिससे कि उपभोक्ताओं को शिकायत हो उसे व्हाट्सएप व अन्य किसी ऐप के जरिए वह संबंधित अधिकारी तक पहुंच सके उस शिकायत का समाधान हो सके।
विधायक शर्मा ने आगे लिखा है कि ऐसा देखा गया है कि लोगों को पता ही नहीं चल पाता कि राशन कब बटेगा इसलिए मेरा सरकार से अनुरोध है कि राशन बांटने की तिथि निश्चित की जाए व तिथि को सार्वजनिक किया जाए जिससे कि उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना ना करना पड़े।
नीरज शर्मा ने लिखा है कि आज डिजिटल की वजह से हर राशन की दुकान पर पीडीएस उपभोक्ता सीधा आधार से लिंक है जैसे सभी को एसएमएस के द्वारा बिजली के बिल प्राप्त होते हैं उसी के जैसे राशन बांटने की तिथि अगर किसी कारणवश आगे पीछे है तो उसकी सूचना उपलब्ध करवाई जाए।
श्रीमान जी प्राया ऐसा देखा गया है कि जो राशन सरकार द्वारा जनता के लिए भेजा जाता है उसे कुछ लोग मिलीभगत करके कालाबाजारी में भेजते हैं और पकड़े जाने की दर की वजह से 1 जिले का राशन दूसरे जिले में भेजते हैं इसी के लिए अंतर्गत मेरा सुझाव है कि हरियाणा में जितने भी जिले हैं हर जिले में हिसाब से राशन की बोरी बनाई जाए और उसका रंग चिन्हित किया जाए अगर 1 जिले के राशन की बोरी दूसरे जिले में मिले तो इसकी जिम्मेदारी डीएफएसओ की हो।
Post A Comment:
0 comments: