नई दिल्ली: देश में कुछ लोग अपने धर्म के ठेकेदार बन जाते हैं जबकि उनके ही समुदाय के लोग उन्हें नकार देते हैं। नागरिकता संशोधन बिल 2019 आज राज्य सभा में पेश किया जाएगा और भाजपा को उम्मीद है कि ये राज्य सभा में भी पास हो जाएगा। बिल को लेकर सबसे ज्यादा हाय-तोबा एआईएमआईएम के नेता असदुद्ददीन ओवैसी मचाते दिख रहे हैं जिन्होंने संसद में विधेयक की प्रति फाड़ दी थी। ओवैसी का कहना है कि ये बिल मुसलमानों के खिलाफ है जबकि गृह मंत्री अमित शाह का कहना है कि बिल में कहीं मुस्लिम शब्द का इस्तेमाल ही नहीं किया गया है।
केंद्रीय राज्य मंत्री एवं फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर ने एक ट्वीट कर जानकारी दी है कि नागरिकता संशोधन विधेयक मुस्लिम विरोधी नही है। बिल में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए अल्पसंख्यकों जैसे हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइयों को भारत में अवैध नागरिक नहीं मानने का प्रावधान है। केंद्रीय राज्य मंत्री के ट्वीट से समझें क्या है असलियत
नागरिकता संशोधन विधेयक मुस्लिम विरोधी नही है!#CAB_FactsVsDistortion #CitizenshipAmmendmentBill2019 pic.twitter.com/Fgukksx9NL— Krishan Pal Gurjar (@KPGBJP) December 11, 2019
नागरिकता संशोधन विधेयक!— Krishan Pal Gurjar (@KPGBJP) December 11, 2019
दुष्प्रचार के जाल में न फसें, सत्य जाने।#CAB_FactsVsDistortion #CitizenshipAmmendmentBill2019 pic.twitter.com/thBwtQlzdN
क्या है नागरिकता संशोधन विधेयक?#CAB_FactsVsDistortion #CitizenshipAmmendmentBill2019 pic.twitter.com/PrvcoLS3AL— Krishan Pal Gurjar (@KPGBJP) December 11, 2019
हिंदुओं के लिए आखिर क्यों जरूरी है नागरिकता संशोधन विधेयक?#CAB_FactsVsDistortion #CitizenshipAmmendmentBill2019 pic.twitter.com/Hwn6DG5YJs— Krishan Pal Gurjar (@KPGBJP) December 11, 2019
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