चंडीगढ़: सैंया भये कोतवाल, अब डर काहे का, ये कहावत हरियाणा के करनाल जिले में सच बैठती है जो मुख्यमंत्री का जिला है और इस जिले में अब तक सबसे ज्यादा कामचोर और बेईमान अधिकारी सस्पेंड हुए हैं। पहले गृह मंत्री अनिल विज ने इसी माह पहले हफ्ते में नगर निगम में छापा मार चार अधिकारियों को सस्पेंड किया था। इसके बाद पिछले हफ्ते गौतस्करी करवाने के आरोप में क्राइम ब्रांच के 6 जवान सस्पेंड हुए और अब सीएम मनोहर लाल ने खुद अचानक तहसील कार्यालय में पहुंचे। वहां मौजूद जनता से तहसील कार्यालय की कार्रवाई को लेकर बातचीत की। इस दौरान एक व्यक्ति ने बताया कि उसने 9064 नंबर पर चार दिसंबर को रजिस्ट्री करवाई थी। रजिस्ट्री की अभी तक डिलीवरी नहीं हुई है।
इस पर सीएम ने मौके पर ही तहसीलदार से जवाब मांगा तो तहसीलदार ने ऑपरेटर से ऑनलाइन डाटा निकालने को कहा। काफी समय तक डाटा न मिलने के बाद ऑपरेटर ने रिकॉर्ड आरसी के पास बताया। संतोषजनक जवाब न मिलने पर सीएम ने तहसीलदार, नायब तहसीलदार व आरसी को मौके पर ही सस्पेंड कर दिया।
प्रदेश के अन्य जिलों के तमाम विभाग के अधिकारी गड़बड़झाला कर रहे हैं लेकिन सबसे ज्यादा सीएम सिटी के अधिकारी गड़बड़झाला कर रहे थे। अब सीएम की आँख खुल गई होगी।
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