नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल पर सियासी संग्राम गहराने लगा है। अब पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों पर तीखा हमला बोला है। झारखंड की एक चुनावी रैली में पीएम ने कहा कि कांग्रेस और उसके साथी North-East में भी आग लगाने की कोशिश कर रहे हैं। वहां भ्रम फैलाया जा रहा है कि बांग्लादेश से बड़ी संख्या में लोग आ जाएंगे। जबकि ये कानून पहले से ही भारत आ चुके शरणार्थियों की नागरिकता के लिए है। उन्होंने कहा कि मैं North-East और पूर्वी भारत के हर राज्य, हर जनजातीय समाज को आश्वस्त करना चाहता हूं कि असम सहित नॉर्थ ईस्ट के अलग-अलग क्षेत्रों की परंपराओं, वहां की संस्कृति, उन्हें संरक्षण देना और समृद्ध करना, भाजपा की प्राथमिकता है।
पीएम ने कहा कि बीते 6 महीने में जितने भी काम हुए हैं, जितने भी फैसले लिए गए हैं, इनमें से अनेक ऐसे थे जो दशकों से लटके हुए थे। इन सारे कार्यों को लटकाने का श्रेय कांग्रेस और उसके सहयोगियों को जाता है, जिन्होंने सबसे ज्यादा समय तक देश पर शासन किया।
उन्होंने कहा कि हमने ये भी कहा था कि तीन तलाक की कुप्रथा से हमारी माताओं-बहनों को मुक्ति दिलाकर रहेंगे। आज इसके विरुद्ध सख्त कानून बन चूका है, इस कानून ने लाखों-करोड़ों मुस्लिम बहनों का जीवन सुरक्षित किया है।
उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि को लेकर जो विवाद सदियों से चल रहा था जिसको कांग्रेस ने जानबूझ कर उलझाया। हमने कहा था, हमारे संकल्प पत्र में लिखा था कि राम जन्मभूमि विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाएंगे। हमने अपना वादा निभाया और इसको शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया। भाजपा ने आपसे ये कहा था कि देश में एक ही संविधान लागू करेंगे, जम्मू-कश्मीर में भी भारतीय कानून लागू करेंगे।आज जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हट चुका है और भारत का संविधान पूरी तरह से वहां लागू है।
कांग्रेस पर आगे हमला बोलते हुए पीएम मोदी कहा कि कांग्रेस के इरादे और कारनामे इसी के साथ ये स्थिति पैदा हुई है। कांग्रेस के साथ JMM और RJD और बचे-खुचे वामपंथी जैसे इनके सहयोगी हमेशा यही करते रहे हैं। भाजपा ने सिर्फ 6 महीने में दिखाया है कि संकल्प चाहे कितने भी बड़े हों, कितने भी मुश्किल हों, उन्हें पूरा करने के लिए हम दिन रात एक कर देते हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके साथियों की डिक्शनरी में कभी जनहित नहीं रहा, उन्होंने हमेशा स्वहित के लिए, परिवार हित के लिए काम किया। यही कारण है कि काले सोने पर बैठा ये धनबाद और ये पूरा इलाका संपदा से जितना समृद्ध है, उतनी ही अधिक गरीबी यहां बनी रही। षड्यंत्रकारी मानसिकता लेकर चलने वाले लोग 99वें के फेरे में फंस गए हैं। यहां से निले कोयले पर कांग्रेस-JMM के नेताओं ने, इनके रिश्तेदारों और दोस्तों ने अपने लिए महल खड़े कर दिए, लेकिन यहां की जनता को झोपड़ियों में रहने के लिए मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके साथियों के पास सोच और संकल्प दोनों की कमी है।इन्होंने यहां नक्सलवाद को हवा दी, यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान नहीं दिया। यही कारण है कि उनके शासन काल में यहां नए उद्योग तो आए नहीं, बल्कि पुराने भी बंद हो गए।
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