चंडीगढ़, 7 दिसम्बर- गुरुग्राम को प्रदूषण फैलाने वाले पुराने डीजल ऑटो से मुक्ति दिलाने के बारे में आज हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में विस्तार से चर्चा की गई।
गुरुग्राम के लोक निर्माण विश्रामगृह में आयोजित इस बैठक में चरणबद्ध तरीके से पुराने डीजल ऑटो सडक़ों से हटाने के बारे में निर्णय लिया गया।
बैठक में पुराने डीजल ऑटो रिक्शा के स्थान पर ई-रिक्शा तथा सीएनजी चालित ऑटो की संभावनाएं तलाशने पर विचार विमर्श हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरूग्राम प्रदेश का आईकन सिटी है और इसे अंतर्राष्ट्रीय शहरों के समकक्ष बनाने के लिए यहां पर वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के उपाय किए जा रहे हैं। इन उपायों के अंतर्गत पुराने ऑटो रिक्शा को सडक़ो से हटाना जरूरी है लेकिन ऐसा करते समय उन ऑटो ड्राईवरों के रोजगार के बारे में भी उपाय करने होंगे।
उन्होंने कहा कि ऑटो रिक्शा गरीब व्यक्तियों की रोजी-रोटी का साधन है इसलिए किसी गरीब का अहित नहीं होना चाहिए। जो व्यक्ति इस समय ऑटो चला रहे हैं और उनके ऑटो अधिक पुराने हैं तो उनके स्थान पर उन्हें ई-रिक्शा या सीएनजी ऑटो लेने में मदद की जा सकती है। बैठक में इसके लिए कुछ संभावनाओं पर चर्चा भी की गई। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव एवं गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी उमाशंकर ने डीजल ऑटो के विकल्प के संदर्भ में सुझाव प्रस्तुत किए। श्री उमाशंकर ने कहा कि सिटी बस सेवा के साथ ऑटो रिक्शा को लिंक करने पर विचार किया जा सकता है। शुरू में एक रूट पर ट्रायल के तौर पर शुरू किया जाएगा। इस अवसर पर क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण के सचिव एवं अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने जिला में चल रहे डीजल ऑटो की संख्या व पंजीकृत ऑटो रिक्शा का पूरा विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम शहर में 11 हजार से अधिक डीजल ऑटो रिक्शा चल रहे हैं।
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