नई दिल्ली: दिल्ली में कल सुबह के अग्निकांड में 43 मजदूरों की दर्दनाक मौत के बाद कल शाम फैक्ट्री मालिक रेहान गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी मिल रही है कि आज सुबह भी बिल्डिंग से धुआं निकल रहा था। अब फायर ब्रिगेड की दो गाड़ी आग को पूरी तरह बुझाने पहुंची हैं। पुलिस ने जांच के लिए फैक्ट्री को पहले से ही सील किया हुआ है। आसपास के लोगों को बैरिकेडिंग कर बाहर ही रोका जा रहा है। 24 घंटे के बाद दुबारा आग का धुंआ देख लोग हैरान हैं। ये फैक्ट्री अवैध रूप से यहाँ कई अधिकारियों की मिलीभगत से चल रही थी इसलिए अब अधिकारियों पर सवाल उठने लगे हैं। लेबर डिपार्टमेंट, बिजली विभाग, Fire डिपार्टमेंट , इन्डस्ट्री विभाग, विजिलेंस, DM, SDM सब मुख्यमंत्री के अंदर आते हैं इसलिए केजरीवाल को भी अब घेरा जा रहा है।
दिल्ली फायर सेवा ने साफ तौर पर DFSAct 2010 की धाराओं 25, 27 एवं 44 पर ध्यान नहीं दिया था जिनमे कहा गया है कि यदि बिल्डिंग की ऊंचाई तथा उसमें काम करने वालों की संख्या एक हद से ज़्यादा हों तो उसमें अग्नि शमन सेवाओं का होना आवश्यक है। पर दिल्ली फायर सेवा ने इस बात पर ध्यान नही दिया।
हादसे में मरने वालों और घायलों की संख्या देखकर ज़ाहिर है कि इस बिल्डिंग में 50 से अधिक लोग काम करते और रहते थे। इंडस्ट्रियल एम्प्लॉयमेंट ऐक्ट 1946 के तहद लेबर डिपार्टमेंट को अपने आप ही इस बिल्डिंग को संज्ञान में ले लेना चाहिए था।
दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने एक ट्वीट को रि- ट्वीट करते हुए केजरीवाल को घेरा है। लिखा गया है कि बिजली का कनेक्शन घरेलू था
बिल लाखों का आता थाफिर भी बिजली विभाग शांत था
क्योंकि फैक्ट्री मालिक आपिया था
घर में फैक्ट्री चल रही थी
लेकिन श्रमविभाग चुप था
उद्योग विभाग शांत था
फायर विभाग मौन था
विजिलेंस विभाग सो रहा था
क्योंकि फैक्ट्री मालिक आपिया था
@KapilMishra_IND
- फैक्ट्री का मालिक आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है।— Updesh Maurya (@MUpdesh) December 9, 2019
- लोकल विधायक ने फैक्ट्री की परमिशन दिलवाई थी।
- यह मामला सीधे तौर पर केजरीवाल सरकार के तहत है।
- इतना बड़ा हादसा हुआ लेकिन केजरीवाल बधाई समारोह मनाते रहे।
- लेकिन मजाल क्या जो कहीं भी केजरीवाल के खिलाफ एक शब्द भी दिख जाए।
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