नई दिल्ली: देश के लोग कुछ चरमपंथी लोगों के बहकावे में आ चुके हैं जिस कारण कई राज्यों में बवाल मचा है। अब तक दर्जनों वाहन आग के हवाले किये जा चुके हैं जबकि तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है। आज भी दिल्ली सहित कई जगहों पर नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध के बहाने हिंसक प्रदर्शन हो सकता है। ये क़ानून तो एक बहाना है। अफजल गुरु, याकूब मेनन जैसे आतंकवादियों की फांसी का बदला कुछ लोगों को भड़काकर लिया जा रहा है। देश के भोले भाले लोग चरमपंथियों के बहकावे में आ गए हैं और अपनी जानें गंवाने लगे हैं। चरमपंथी यही चाहते थे और उनको कुर्सी के लालची कुछ कलयुगी नेताओं का भी साथ मिल रहा है।
खुफिया इनपुट में आज दोपहर बाद दिल्ली में हालात बिगड़ने के संकेत दिए गए हैं। कहा जा रहा है कि मंडल आयोग के विरोध प्रदर्शन के बाद दिल्ली में यह सबसे बड़ा प्रदर्शन का दिन हो सकता है। इसमें एक साथ दिल्ली के विभिन्न इलाकों में 40 से अधिक मोर्चे खुल सकते हैं। प्रोटेस्ट के दौरान तोड़फोड़, आगजनी और दंगा भड़काने के लिए इंडियन मुजाहिदीन और सिमी से जुड़े कट्टरपंथी मॉड्यूल तैयारी के साथ प्रोटेस्ट में शामिल हो चुके हैं। ये इनपुट्स खुफिया एजेंसियों ने दिल्ली पुलिस के साथ साझा किए हैं।
ख़ुफ़िया सूत्रों की मानें तो इंडियन मुजाहिदीन और सिमी से जुड़े कुछ लोग उत्तर प्रदेश में हिंसा करवा रहे हैं। कल बड़ी हिंसा के बाद आज गाजियाबाद, प्रयागराज लखनऊ के कई क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। कल लखनऊ और संभल में हिंसा हुई थी जिसमे दर्जनों वाहनों के साथ एक पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया गया था। कल कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में हिंसा हुई, जिनमें तीन लोगों की मौत हो गई। आज भी दिल्ली के कई मेट्रो स्टेशन बंद रहेंगे। दिल्ली से सटे फरीदाबाद में भी आज प्रदर्शन बुलाया गया है। फरीदाबाद पुलिस भी सतर्क है। फरीदाबाद में भी जो प्रदर्शन दोपहर बाद होना है ये पूरी तरह से किसी चरमपंथी के आदेश पर हो सकता है। दिल्ली में दोपहर बाद और फरीदाबाद में भी दोपहर बाद ही? इस प्रदर्शन का समय किसी ने शायद तय किया है।
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