नई दिल्ली- फिल्म पानीपत में महाराजा सूरजमल के किरदार को तोड़ मरोड़कर पेश किये जाने के बाद जाट समुदाय के लोग कई राज्यों में फिल्म का विरोध कर रहे हैं और बैन करने की मांग कर रहे हैं। जाट समुदाय के साथ अन्य समुदाय के लोग भी फिल्म को बैन करने के लिए जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। अब हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी फिल्म के कुछ दृश्यों को फिल्म से निकालने की बात कही है।
हुड्डा के मुताबिक़ पानीपत' नामक फ़िल्म में इतिहास को ग़लत तथ्यों के आधार पर प्रस्तुत किया है। मैंने फिल्म नहीं देखी लेकिन सुना है कि इसमें महाराजा सूरजमल को गलत रूप में दिखाया गया है। महाराजा सूरजमल दयालु राजा थे, उनको गलत दिखाते सभी सीन फिल्म से हटाये जाने चाहिए।
हुड्डा ने ट्वीट कर लिखा है कि पानीपत के युद्ध के बाद महाराजा सूरजमल और महारानी किशोरी ने 6 माह तक सम्पूर्ण मराठा सेना और पेशवाओं को अपने यहां पनाह दी थी। यहां तक कि खांडेराव होलकर की मृत्यु भी भरतपुर की तत्कालीन राजधानी कुम्हेर में ही हुई।
बल्कि पानीपत के युद्ध के बाद महाराजा सूरजमल और महारानी किशोरी ने 6 माह तक सम्पूर्ण मराठा सेना और पेशवाओं को अपने यहां पनाह दी थी। यहां तक कि खांडेराव होलकर की मृत्यु भी भरतपुर की तत्कालीन राजधानी कुम्हेर में ही हुई।— Bhupinder S Hooda (@BhupinderSHooda) December 11, 2019
Post A Comment:
0 comments: