चंडीगढ़: अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले कुछ महीने में फरीदाबाद और गुरुग्राम नगर निगम के कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। दोनों जिलों के नगर निगम अब गृह मंत्री के रडार पर हैं। इन नगर निगमों में आये दिन भ्रष्टाचार के मामले आते रहते हैं। फरीदाबाद नगर निगम की बात करें तो यहाँ खाने वालों ने खूब खाया है। जिले के कई पार्क ऐसे हैं जहाँ एक भी पैसा नहीं लगा और कागज़ पर पार्कों के सौन्दर्यीकरण के नाम पर कई करोड़ रूपये खा लिए गए हैं। नाले नालियों की सफाई के नाम पर करोड़ों डकार लिए गए हैं। खब्बू अधिकारियों ने शहर को नरक में तब्दील कर दिया है। कुछ सेक्टरों को छोड़ दें तो शहर की कालोनियों में रहने वालों का बुरा हाल है। नाले, नालियों और सीवर का पानी सड़कों पर भरा रहता है।
अब सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि गृह मंत्री ने दोनों नगर निगमों में पिछले पांच साल के दौरान हुए विकास कार्यों की स्पेशल ऑडिट कराने के निर्देश दिए हैं। अब दोनों नगर निगमों में खलबली मच गई है। अगर खब्बू अधिकारियों ने किसी बड़े नेता से सांठगांठ न की तो कइयों पर गाज गिर सकती है। सांठगांठ हो गई तो बच जाएंगे और फरीदाबाद, गुरुग्राम को पहले की तरह लूटते रहेंगे।
आपको बता दें कि पहले ये विभाग कविता जैन के पास था और उन्होंने भी जांच के आदेश दिए थे लेकिन कुछ नहीं हुआ। भ्रष्टों ने कोई जुआड़ लगा लिया था। अब भ्रष्ट जुआड़ लगा पाते हैं या विज का डंडा उन पर चलता है समय बताएगा।
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