नई दिल्ली: निर्भया केस में बहुत जल्द दोषियों को फांसी पर लटकाया जा सकता है। तिहाड़ जेल में बड़ी तैयारी जारी है। फांसी का फंन्दा बिहार के बक्सर जिले से मंगवाया जा चुका है और जल्लाद भी तय कर लिया है। अब डेथ वारंट का इंतजार किया जा रहा है उधर निर्भया की माँ की मांग है कि आरोपियों को 16 दिसंबर को ही फांसी दी जाए।
इसी बीच आज एक दोषी अक्षय ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की है। याचिका में अजीब दलील दी गई है जिसमे अक्षय की तरफ से कहा गया है कि दिल्ली की हवा इतनी जहरीली हो गई है, प्रदूषण इतना है कि यहाँ वैसे ही जीना मुश्किल है। यहाँ वैसे ही लोग नहीं जी पा रहे हैं फिर फांसी की सजा क्यू? अक्षय की तरफ से याचिका में कहा गया है कि इंसान जब विपरीत स्थितियों का जब सामना करता है तो फिर वह एक शव जैसा ही हो जाता है।
Nirbhaya's rapsit-murderer Akshay Thakur's review petition says "Delhi pollution is reducing his life anyways so what's the point of death penalty".— Shweta (@singhshweta04) December 10, 2019
Don't laugh yet, here's more:
"Why death penalty when age is reducing in Kalyug". He quotes Veds, Purans and Upanishads. pic.twitter.com/tWKwyg31GT
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