चंडीगढ़, 8 नवंबर- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज करनाल जिला के गांव फरीदपुर का दौरा किया और खुदाई के दौरान मिले प्राचीन शिवलिंग, नंदी और शिलाओं के दर्शन किए और सनातन परम्परा के अनुसार मंत्रोच्चारण के बीच पूजा-अर्चना की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने युवा क्लब फरीदपुर के नौजवान साथियों का हौंसला बढ़ाया और कहा कि गांव के लोगों की धार्मिक आस्था का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि रेत खनन के कार्य में प्राचीन मूर्तियां मिलने से करनाल जिला के गांव फरीदपुर अब एक साधारण गांव नहीं रहेगा, बल्कि उसे राष्ट्रीय मानचित्र पर विशेष पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि पुरातत्व विभाग की जांच में इस बात का भी पता लगाया जाएगा कि यमुना के इस क्षेत्र में इस तरह की कुछ और प्राचीन संस्कृति की मूर्तियां उपलब्ध हैं या नहीं। जांच में पुष्टि होने के बाद पुरातत्व विभाग के माध्यम से इस क्षेत्र के लिए सरकार द्वारा विशेष कार्य योजना तैयार की जाएगी और यह क्षेत्र देश और विदेश के लोगों के आकर्षण के केन्द्र के रूप में उभरकर सामने आएगा।
उन्होंने कहा कि रेत की खुदाई के दौरान मिले शिवलिंग, नंदी और शिलाओं को हजारों वर्ष पुराना बताया जा रहा है और शिलाओं पर की गई मूर्तिकला भी भारतीय प्राचीन संस्कृति पर आधारित है। उन्होंने जिला प्रशासन व खनन विभाग को निर्देश दिए कि वे पुरातत्व विभाग से समन्वय स्थापित करके इस पूरे मामले की गहराई से जांच करें और यदि यहां पर किसी प्राचीन मंदिर, आबादी इत्यादि के अवशेष मिलते हैं, उसके बाद कार्य योजना पर आगे की कार्यवाही आरंभ करें।
उन्होंने कहा कि यमुना और सरस्वती नदियों के किनारे विश्व की प्राचीन संस्कृति और सभ्यता के प्रमाण पहले भी मिल चुके हैं। इसी तरह की जानकारी हिसार जिला के राखीगढ़ी क्षेत्र में भी मिली है जिस पर पर्यटन और पुरातत्व विभाग मिलकर कार्य कर रहे हैं। वहां की खुदाई के दौरान न केवल प्राचीन काल के मकान मिले हैं बल्कि पूरे के पूरे गांव दबे हुए पाए गए हैं। राखीगढ़ी के प्रति भी पूरे विश्व के लोगों की उत्सुकता बढ़ रही है और वहां अलग-अलग राज्यों के साथ-साथ विदेशी लोग भी बड़ी संख्या में प्राचीन संस्कृति की जानकारी हासिल करने के लिए पहुंच रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने गांव हरिसिंहपुरा में पिछले दिनों बोरवैल में गिरने से पांच वर्षीय बच्ची शिवानी के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक जताया और परिवार को सांत्वना दी।
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