एक व्यक्ति अकबर पर क्राइम ब्रांच BPTP के द्वारा उत्पीड़न के आरोप की खबर को संज्ञान में लेकर मामले की जांच करवाई गई।
जिसकी सच्चाई कुछ और ही निकली।
जांच मे पाया गया कि CIA BPTP पर उत्पीड़न का आरोप लगा CM विंडो सहित कई जगह शिकायत करने वाला शिकायतकर्ता अकबर ने 10 लाख रुपये की लूट को छिपाने के लिए यह झूठी शिकायत का सहारा लिया और खुद को निर्दोश साबित करने व पिडित दिखाने के लिय अखबार मे खबर छपवाई थी।
इस लूट में थाना BPTP में तैनात एक हेड कांस्टेबल सुशील भी शामिल पाया गया है।
आरोपी अकबर ने अपने जानकार नफीस को एक सप्ताह मे डेढ़ लाख रुपये फायदे का लालच देकर उससे 10 लाख रुपये लिए , और नफीस को भी अपने साथ गाड़ी मे बिठा कर थाना धौज ऐरिया मे पहुचे , रास्ते मे अकबर ने एक खेत मे छिपाया हुआ करीब 200 kg गांजा भी गाड़ी मे रख लिया।
योजना के अनुसार अकबर के दाे साथी और थाना BPTP मे तैनात हवलदार सुशील ने अकबर की गाड़़ी को चैक करने के लिए रुकवा ली ।
सुशील ने खुद को क्राईम ब्राच का अधिकारी बताया ओर गाड़ी की तलाशी ली , अकबर के दो साथीयो ने नफीस पर पिस्टल दिखाकर मारने की धमकी दी , जिससे नफीस डर कर भाग गया।
हवलदार सहित चारो आरोपियो ने नफीस के 10 लाख रूपये पिस्टल दिखाकर लुट लिए।
आरोपी अकबर से नफीस ने पैसे मांगने शुरू किए तो आरोपी अकबर ने पैसे देने से मना कर दिया और कहा कि पैसे क्राइम ब्रांच वाले लेकर चले गए और इस संबंध में आरोपी की व नफीस कि एक दुसरे के घर पर कई बार बात हुई। आरोपी अकबर को लगा की नफीस पुलिस मे शिकापत दे सकता है , इसालिय यह नाटक कर झुठी शिकायत दि गई थी।
नफीस की शिकायत पर आरोपी अकबर व उसके 2 साथी और हेड कोस्टेबल सुशील के खिलाफ थाना धौज में लुट का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
नफीस से 10 लाख की लूट करने व गांजा सप्लाई करने वाले आरोपी अकबर के साथ मिली -भगत के आरोप मे हवलदार सुशील को गिरफतार कर लिया गया है जिसको कल कोर्ट में पेश करके पुलिस रिमाण्ड लिया जाएगा।
रिमाण्ड के दौरान लूटे हुए 10 लारव ₹, व 2 क्विटल गांजा व आरोपी अकबर और उसके 2 अन्य साथियों के बारे में पूछताछ की जाएगी।
पुलिस, प्रवक्ता, फरीदाबाद
जिसकी सच्चाई कुछ और ही निकली।
जांच मे पाया गया कि CIA BPTP पर उत्पीड़न का आरोप लगा CM विंडो सहित कई जगह शिकायत करने वाला शिकायतकर्ता अकबर ने 10 लाख रुपये की लूट को छिपाने के लिए यह झूठी शिकायत का सहारा लिया और खुद को निर्दोश साबित करने व पिडित दिखाने के लिय अखबार मे खबर छपवाई थी।
इस लूट में थाना BPTP में तैनात एक हेड कांस्टेबल सुशील भी शामिल पाया गया है।
आरोपी अकबर ने अपने जानकार नफीस को एक सप्ताह मे डेढ़ लाख रुपये फायदे का लालच देकर उससे 10 लाख रुपये लिए , और नफीस को भी अपने साथ गाड़ी मे बिठा कर थाना धौज ऐरिया मे पहुचे , रास्ते मे अकबर ने एक खेत मे छिपाया हुआ करीब 200 kg गांजा भी गाड़ी मे रख लिया।
योजना के अनुसार अकबर के दाे साथी और थाना BPTP मे तैनात हवलदार सुशील ने अकबर की गाड़़ी को चैक करने के लिए रुकवा ली ।
सुशील ने खुद को क्राईम ब्राच का अधिकारी बताया ओर गाड़ी की तलाशी ली , अकबर के दो साथीयो ने नफीस पर पिस्टल दिखाकर मारने की धमकी दी , जिससे नफीस डर कर भाग गया।
हवलदार सहित चारो आरोपियो ने नफीस के 10 लाख रूपये पिस्टल दिखाकर लुट लिए।
आरोपी अकबर से नफीस ने पैसे मांगने शुरू किए तो आरोपी अकबर ने पैसे देने से मना कर दिया और कहा कि पैसे क्राइम ब्रांच वाले लेकर चले गए और इस संबंध में आरोपी की व नफीस कि एक दुसरे के घर पर कई बार बात हुई। आरोपी अकबर को लगा की नफीस पुलिस मे शिकापत दे सकता है , इसालिय यह नाटक कर झुठी शिकायत दि गई थी।
नफीस की शिकायत पर आरोपी अकबर व उसके 2 साथी और हेड कोस्टेबल सुशील के खिलाफ थाना धौज में लुट का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
नफीस से 10 लाख की लूट करने व गांजा सप्लाई करने वाले आरोपी अकबर के साथ मिली -भगत के आरोप मे हवलदार सुशील को गिरफतार कर लिया गया है जिसको कल कोर्ट में पेश करके पुलिस रिमाण्ड लिया जाएगा।
रिमाण्ड के दौरान लूटे हुए 10 लारव ₹, व 2 क्विटल गांजा व आरोपी अकबर और उसके 2 अन्य साथियों के बारे में पूछताछ की जाएगी।
पुलिस, प्रवक्ता, फरीदाबाद
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