नई दिल्ली। आने वाले 10 दिन देश के लिए बेहद खास हैं। माना जा रहा है कि 17 नवम्बर को रिटायर हो रहे चीफ जस्टिस रंजन गोगोई आयोध्या मामले पर अपना फैसला रिटायरमेंट के पहले सुना देंगे। माना जा रहा है कि एक सप्ताह के भीतर फैसला सुना दिया जायेगा। फैसला आने से पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों से इस मुद्दे पर अनावश्यक बयान देने से बचने और देश में सौहार्द बनाए रखने को कहा। सूत्रों ने बताया कि यहां मंत्रिपरिषद की एक बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि फैसला आने की उम्मीद है इसलिए सौहार्द बनाए रखना सबकी जिम्मेदारी है।
उधर कांग्रेस अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से ठीक पहले एक बैठक करने जा रही है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्लूसी) की बैठक बुलाई है। यह बैठक दस नवंबर को होने की संभावना है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बैठक में अयोघ्या मामले पर अदालत के फैसले को लेकर विचार किया जाएगा।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर अपने रुख को भी स्पष्ट करेगी। ताकि, निर्णय आने के बाद पार्टी के अंदर किसी तरह की कोई आवाज सुनाई नहीं दे। पार्टी लगातार यह कहती रही है कि सभी पक्षों को अदालत का निर्णय मानना चाहिए। पर पार्टी सीडब्लूसी में इस रुख पर मुहर लगने के बाद सभी पार्टी नेताओं के लिए यह राय माननी जरुरी होगी।
आपको बता दें कि कुछ नेताओं की जुबानें ही देश में लफड़े करवाती हैं। कुछ नेता भड़काऊ बयान देकर कई बार देश में बवाल करवा चुके हैं। ऐसे समय पर नेताओं को किसी भी भड़काऊ बयान से बचना चाहिए। फैसला किसी के भी पक्ष में आये सबको कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए। फैसला जो भी आएगा सबको मानना चाहिए।
Post A Comment:
0 comments: