फरीदाबाद। फरीदाबाद लिटरेरी एंड कल्चरल सेंटर ने शहर में साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए जश्न ए फरीदाबाद के नाम से दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन करवाया जा रहा है। आगामी 16 व 17 नवंबर को होने वाले इस कार्यक्रम में पुस्तक मेला, मुशायरा, एक शाम गालिब के नाम, नाट्य व चित्रकला प्रतियोगिता सहित कई प्रस्तुतियां शामिल की हैं। संस्था के अध्यक्ष विनोद मलिक ने आज एक पत्रकार सम्मेलन में उक्त जानकारी देते हुए बताया कि उक्त कार्यक्रम फरीदाबाद के जे सी बोस विशवविद्यालय परिसर में किया जा रहा है। जिसके लिए किसी प्रकार की टिकट नहीं रखी गयी है, प्रवेश निशुल्क रखा गया है। संस्था के अध्यक्ष विनोद मलिक ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज की युवा पीढ़ी मोबाइल फोन तथा कंप्यूटर में खोती जा रही है। जिसके कारण शहर में साहित्यिक व सांस्कृतिक आयोजन भी लगभग समाप्त से हो गए हैं। उनकी संस्था ने शहर की नयी पीढ़ी को सामाजिक, सांस्कृतिक व साहित्यिक आयोजनों से जुडऩे व करवाने के लिए प्रेरित करने का बीड़ा उठाया है, जिसके तहत उक्त कार्यक्रम करवाया जा रहा है।
क्लब के महासचिव मनोहरलाल नंदवानी ने कहा कि पिछले दो दशकों में इस प्रकार के कार्यक्रम लगभग समाप्त से हो गए हैं, इन्हे जीवित रखना जरूरी है। संस्था के ही पदाधिकारी अश्वनी कुमार सेठी ने कहा कि इन कार्यक्रमों के रुक जाने से शहर भी ठहर सा गया है और इंसान का जीवन मशीनी बन कर रह गया है। हर व्यक्ति भागम भाग में लगा है। संस्था की संस्थापक सदस्या सुरेखा बांगिया ने कहा कि इंसान की इसी आपाधापी ने लोगों का सुकून छीन लिया है और लोग डिप्रेशन में जा रहे हैं। इस प्रकार के कार्यक्रम निहायत आवश्यक हैं। सरकार व प्रशासन को भी ऐसे कार्यक्रमों की पहल करनी चाहिये तथा उन्हें प्रोत्साहन देने के लिए आडिटोरियम व हाल निशुल्क प्रदान करना चाहिये। चूंकि ये संस्थाए निस्वार्थ रूप से समाज के लिए कार्य कर रही हैं।
इस अवसर पर संस्था के कोषाध्यक्ष जगदीप मैनी, हरीश अरोड़ा, विजय कुमार अग्रवाल, बी आर भाटिया, जगत मदान, शुभ तनेजा तथा वासु मित्र सत्यार्थी मौजूद थे।
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