चंडीगढ़: प्रदेश के लगभग हर जिले में राशन कार्ड फर्जीवाड़ा जारी है लेकिन सम्बंधित विभाग के अधिकतर अधिकारी बेईमान हैं इसलिए राशन माफियाओं पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। ताजा मामला हिसार से आया है जहाँ बीपीएल कार्डों के फर्जीवाड़ों का पर्दाफाश खुद वहा के मेयर गौतम सरदाना ने किया है। यहाँ डिपो होल्डर पैसे लेकर करोड़पतियों का बीपीएल कार्ड बना रहा था। न्यू ऋषि सामुदायिक केंद्र के रेन बसेरे का निरीक्षण पहुंचे मेयर गौतम सरदाना ने देखा कि पार्षद अनिल जैन की शिकायत पर फ़ूड सप्लाई विभाग के अधिकारी एक राशन डिपो पर गड़बड़ी की जांच करने पहुंचे हैं। पार्षद ने मेयर को डिपो संचालक के गड़बड़झाले में बारे में विस्तार से बताया इसके बाद गौतम सरदाना डिपो पर पहुंचे और स्थानीय लोगों से जब उन्होंने पूंछतांछ की तो बड़ा गड़बड़झाला सामने आया।
ये राशन डिपो उसी तरीके से फर्जी नाम पर चल रहा था जैसे फरीदाबाद में दर्जनों राशन डिपो फर्जी नाम से चल रहे हैं। मेयर ने तुरंत अधिकारीयों को आदेश दिए कि तुरंत राशन डिपो चलाने वाले का लाइसेंस रद्द किया जाये। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस फर्जीवाड़े की जांच कर सभी आरोपियों के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज की जाये। उन्होंने कहा कि शहर में जितने भी राशन डिपो इस तरह से फर्जी नाम पर चल रहे हैं सबकी जांच की जाए। आपको बता दें कि फरीदाबाद में भी ऐसे तमाम राशन डिपो फर्जी नाम से चल रहे हैं और राशन माफिया हर माफ़ करोड़ों का राशन ब्लैक में बेंच रहे हैं लेकिन माफियाओं की पहुँच ऊपर तक है और कुछ बेईमान अधिकारी शायद उनसे मिले हैं इसलिए उन पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। यहाँ की मेयर भी शायद अपने घर परिवार तक तक सीमित रहती हैं। फरीदाबाद की जनता लुटती रहे उनसे कोई मतलब नहीं है। हमने हाल में ओल्ड फरीदाबाद के राशन माफिया के खिलाफ अभियान चलाया था और सैकड़ों लोगों का दर्द नेताओं अधिकारियों तक पहुँचाया। कई वीडियो पोस्ट किये। उस समय कई अधिकारियों के फोन भी आये थे लेकिन लगता है उनकी जेबें भर दी गईं और वो खामोश हो गए।
Post A Comment:
0 comments: