नई दिल्ली-चंडीगढ़- फरीदाबाद: हरियाणा अब तक: देश के कई नेताओं की रैलियों में लाखों की भीड़ पहुँचती है लेकिन वो नेता चुनाव नहीं जीत पाते क्यू कि वो भीड़ पहुँचती नहीं लाई जाती है। जो लोग भाजपा की रैली में पहुँचते हैं वही कांग्रेस की और वही अन्य पार्टियों की रैली में भी पहुँचते हैं। गर्दन वही होती है पट्टा बदल जाता है। हरियाणा में पहली बार ऐसा देखा जा रहा है कि चुनाव हारने के बाद भी कांग्रेस के कई प्रत्याशी खुश हैं। वर्तमान में हरियाणा के फरीदाबाद जिले के कांग्रेसी नेता लखन कुमार सिंगला प्रदेश में खुश होने वाले नेताओं में पहले स्थान पर हैं। चुनाव परिणाम आने के पहले उनका दूसरा नंबर था और एनआईटी के विधायक का पहला नंबर था। कांग्रेस के कई हारे हुए प्रत्याशियों की खुशी देखने को मिल रही है। चुनावों में पैसा बहुत लगता है इसलिए कुछ उम्मीदवार हार से तो दुखी हैं लेकिन हरियाणा में जो कुछ भी घुसा उससे बहुत खुश हैं।
बड़े मीडिया संसथान कांग्रेस को 5-7 सीटों पर समेट रहे थे और खुद को खट्टर से भी ऊपर बता रहे थे। खट्टर कहते थे कि 75 पर तो मीडिया वाले कहते थे 82 सीटों पर भाजपा जीत सकती है। कांग्रेस 5 से सात सीटों पर सिमट सकती है। जजपा और इनेलो का खाता नहीं खुलेगा ऐसा भी वो मीडिया वाले ही कहते थे लेकिन वो पूरी तरह से फेल हो गए। कांग्रेस 31 सीटों पर विजयी हुई जबकि जजपा को भी 10 सीटें मिल गईं और भाजपा को मात्र 40 सीटें मिलीं। एक समय हमने ऐसा भी देखा जब हरियाणा भाजपा के कट्टर समर्थक हमारी पोस्टों पर हमें अपशब्द कहते थे। उदाहरण के रूप में जब हमने 24 सितम्बर को लिखा कि हाथ को हाथी से खतरा कमल को घमंड से, तो भाजपा के कई कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रियाएं आईं, हमने उनसे कहा कि 24 अक्टूबर की शाम का इंतजार करें।
दोस्तों उस समय हमें पता चला था कि भाजपा वाले घमंडी हो चुके हैं लेकिन बसपा हरियाणा में अकेले लड़ रही है और कांग्रेस के कुछ वोट बसपा की तरफ जा सकते हैं। हमने उस खबर में लिखा था कि बसपा कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकती है। 24 को परिणाम आये, बसपा का खाता नहीं खुला लेकिन कांग्रेस के तमाम उम्मीदवार बहुत कम मतों से चुनाव हार गए। बसपा का वोट बैंक हर विधानसभा क्षेत्र में है और बसपा के कई उम्मीदवारों ने कांग्रेस के वोट काटे वरना कांग्रेस 50 पार जाती।
यही नहीं 14 अक्टूबर को भी मैंने भाजपा को चेताया और लिखा कि मोदी लहर न चली तो ढेर हो सकते हैं खट्टर के कई शेर और हमने इस खबर में लिखा कि खट्टर के कई बड़े मंत्री चुनाव हारने वाले हैं। इस खबर पर भी भाजपा के कट्टर समर्थक हमें घेरने लगे तो हमने कहा कि 24 तारीख का इंतजार करो आपके कई शेर जंगल से बाहर भगा दिए जायेंगे। आपको अब पता चल गया होगा कि खट्टर के 8 बड़े मंत्री चुनाव हार चुके हैं।
यही नहीं 9 अक्टूबर को हमने लिखा कि भाजपा को लगी अबकी बार, 75 पार नाम के घमंड की बीमारी, टीम खट्टर को डुबो सकती है ये बीमारी
भाजपा के लोग हमारी इस खबर पर भी हमें घेरने लगे और उस समय भी हमने उनसे कहा कि 24 अक्टूबर का इंतजार करें।
दोस्तों अपने पास भीड़ जुटाने के लिए पैसा वगैरा नहीं है। मैं लगभग 15 वर्षों से हर रोज लगभग 15 घंटे काम करता हूँ और आपने हमें होली दीवाली पर भी छुट्टी करते नहीं देखा होगा। मैंने अपने फेसबुक पेज पर चार साल पहले ध्यान दिया और अब हमारे हरियाणा अब तक फेसबुक पेज पर 3 लाख से ज्यादा फ़ॉलोअर्स हैं। फरीदाबाद लेटेस्ट न्यूज़ और बेस्ट हिंदी न्यूज़ के नाम से भी हमारे छोटे भाई धर्मेंद्र प्रताप सिंह के पेज हैं, यू ट्यूब पर भी हमारे फ़ॉलोअर्स हैं और अब तक हमसे लगभग 7 लाख से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं। हम वहां कोई खबर पोस्ट करते हैं तो लोगों की प्रतिक्रियाएं रॉकेट के रफ़्तार से आनी शुरू हो जाती हैं। हम अपने पाठकों के मूड के हिसाब से आप को बताते हैं कि चुनाव परिणाम क्या होगा। जो दोस्त पुराने हैं उन्हें पता है कि हमारी भविष्यवाणी हमेशा सटीक होती है क्यू कि हमने बहुत परिश्रम कर फ़ॉलोअर्स बनाये हैं।
दोस्तों आपको बता दें कि फेसबुक पर बूस्ट कर उन्हें पैसा देकर बनाये गए फ़ॉलोअर्स फेक होते हैं। वो किसी भी देश के हो सकते हैं। पैसे वाले लोग अपने को ताकतवर दिखाने के लिए फेसबुक बूस्ट का सहारा लेते हैं लेकिन उन्हें वो फ़ॉलोअर्स वैसे ही नकली होते हैं जैसे उनके रैलियों में भीड़ आती है और वो चुनाव नहीं जीत पाते।
हरियाणा अब तक के पुराने पाठकों को पता होगा कि यूपी विधानसभा चुनाव, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छतीसगढ़ और दिल्ली नगर निगम चुनाव में हमने जो लिखा था वही हुआ। यहाँ खबरें दिल से लिखी जाती हैं और हम जमीनी पत्रकार हैं , गली मोहल्ले, नाली, सड़क, धुंआ, धूल और सर्दी गर्मी में हम मौके पर जाते हैं तब कोई खबर लिखते हैं। हम सट्टेबाजों से एक भी रूपया न लेकर किसी को कोई झांसा नहीं देते। अब भी आपको बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनावों में सट्टेबाजों ने बहुत कुछ किया है। भाजपा को 75 पार दिखा कांग्रेस को डराया गया है और कांग्रेस डर भी गई, वरना कांग्रेस 75 पार जा सकती थी, भाजपा 5-7 सीटों पर सिमट सकती थी क्यू कि हरियाणा की जनता? आगे फिर कभी, यहाँ आप सच पाएंगे थोड़ा कड़वा लग सकता है लेकिन बिना मिर्ची के आपमें से अधिकतर लोगों को भोजन में स्वाद नहीं आता होगा। हरियाणा अब तक के दोस्तों को फिर बता दें कि हमारे पास खबरें बहुत ज्यादा होती हैं इसलिए जल्दी में कोई स्पेलिंग में गड़बड़ी हो तो समझें कि जल्दबाजी के कारण ऐसा हुआ है।
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