चंडीगढ़: हरियाणा के हारे हुए 8 केबिनेट मंत्रियों की गुप्त बैठक के बाद प्रदेश भाजपा में हड़कंप मच गया है। सूत्रों द्वारा जानकारी मिल रही है कि अब पुरानी केबिनेट मंत्रियों की बैठक बुलाई गई है। पुरानी केबिनेट में शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा, वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, कृषि मंत्री ओपी धनखड़, उद्योगमंत्री विपुल गोयल, लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह , परिवहन मंत्री कृष्णलाल पंवार, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन, सहकारिता मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर, खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री कर्णदेव काम्बोज व समाज कल्याण राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी शामिल थे । इनके अलावा पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को भी इस पुरानी केबिनेट में बुलाने का फैसला लिया गया है। कौन पहुँचता है कौन नहीं पहुँचता ये तो मीटिंग के बाद पता चलेगा। हरियाणा अब तक सूत्रों द्वारा जानकारी मिली है कि इस बैठक में हारे हुए धुरंधर मिशन 75 पर सवाल उठाएंगे और किसकी कमी के कारण मिशन 75 पूरा नहीं हुआ, कौन लेगा इसकी जिम्मेदारी, इस पर बहस होगी। कौन क्यू हारा इस पर चर्चा होगी। हरियाणा में भाजपा का ग्राफ क्यू गिरा इस पर चर्चा होगी।
चुनाव परिणाम के बाद भाजपा नेताओं में कलह शुरू हो चुकी है। पूर्व मंत्री कर्णदेव काम्बोज ने पूर्व विधायक श्याम सिंह राणा पर भितरघात के आरोप जड़े हैं। इसका ऑडियो भी वायरल हुआ है। काम्बोज का यह दर्द बैठक में भी उभरने के आसार हैं। पूर्व शिक्षा मंत्री भी षड्यंत्र रचने का आरोप लगा चुके हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ़ बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेमलता उचाना कलां से चुनाव हारी हैं। बीरेंद्र आरोप लगा चुके हैं कि जींद जिला व पुलिस प्रशासन जजपा नेता दुष्यंत सिंह चौटाला के इशारे पर काम कर रहा था। पूर्व कृषि मंत्री के समर्थकों ने भी कहा कि यादव समाज के एक उम्मीदवार को निर्दलीय खड़ा करने में भाजपा के ही कुछ नेताओं का हाथ रहा। सीएमओ के भी एक ओएसडी धनखड़ समर्थकों के निशाने पर हैं। पूर्व वित्त मंत्री के समर्थक भी साजिश का आरोप लगा रहे हैं। सीएम द्वारा नारनौंद की रैली में ताले-चाबी को लेकर दिया गया भाषण भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ।
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