चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार पर कांग्रेस मंथन करने जा रही है। मंथन बैठक आज पार्टी के चंडीगढ़ में सेक्टर-9 स्थित मुख्यालय में होगी। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा की ओर से बुलाई गई बैठक में सभी विधायक, विधानसभा प्रत्याशी और जिला समन्वय मौजूद रहेंगे।
दोपहर दो बजे शुरू होने वाली बैठक में राज्य प्रभारी गुलाम नबी आजाद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री विशेष तौर पर आ रहे हैं। बैठक में हार के कारण तलाशे जाएंगे। सूत्रों के अनुसार चुनाव हारने वाले प्रत्याशियों के विचार भी पार्टी के वरिष्ठ नेता जानेंगे। सत्ता के करीब पहुँच चुकी कांग्रेस इस बार प्रदेश में अपनी सरकार बना सकती थी अगर कई कांग्रेसी दिग्गज चुनाव न हारे होते। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और पलवल के विधायक करण दलाल जैसे दिग्गज इस बार चुनाव हार गए जबकि लगभग 6 सीटों पर बहुत कम वोटों से हार जीत हुई जिस पर आज चर्चा की जाएगी।
सुरजेवाला की बात करें तो राहुल गांधी के करीबी होने के कारण उनकी उसी तरह हर हुई जैसे राहुल अमेठी में हार गए थे। राहुल गांधी जिस तरह से पीएम को चोर-चोर बोलते थे उसी तरह सुरजेवाला भी बोलते थे और जनता ने न उन्हें अमेठी से जिताया न सुरजेवाला कैथल से जीत सके। अपनी पार्टी कैसी भी हो प्रवक्ताओं को अपनी पार्टी का बचाव करना होता है और सुरजेवाला ने हर मौके पर कांग्रेस का बचाव किया चाहे वो सर्जिकल स्ट्राइक के खिलाफ कांग्रेस का बचाव हो या एयर स्ट्राइक, या तीन तलाक बिल या धारा 370 हटाने के बात हो। सुरजेवाला कांग्रेस के लिए तो अच्छे प्रवक्ता साबित हो रहे हैं लेकिन मतदाताओं की नजर में वो एक खलनायक बनते जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी उन्हें जमकर घेरा जाता है।
हुडा ने धारा 370 हटाने पर सरकार का साथ दिया था और कांग्रेस के बड़े नेताओं से अलग होकर बोले इसलिए इन चुनावों में हुड्डा और उनके कई प्रत्याशियों को उम्मीद से ज्यादा सफलता मिली जबकि सुरजेवाला न जींद उप चुनाव जीत सके न ही अब विधानसभा चुनाव। पलवल के विधायक करण दलाल अति आत्मविश्वाश के कारण चुनाव हारे हैं।
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