चंडीगढ़: हरियाणा मंत्रिमंडल का का विस्तार आज ही हो जाता अगर आज 13 तारिख न होती। हरियाणा अब तक को अपने सूत्रों से पता चला है कि आरएसएस के बड़े नेताओं ने आज का दिन टाल दिया क्यू कि 13 तारीख अशुभ मानी जाती है।अटल बिहारी वाजपेयी पहली बार 1996 में 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री बनाये गए थे और इसके बाद 1998 में फिर 13 महीने के लिए प्रधानमंत्री बनाये गए थे। साल 1999 में वाजपेयी को 13वीं लोकसभा में 13 अक्टूबर को तीसरी बार सरकार बनाने के लिए राष्ट्रपति ने आमंत्रित किया था। लेकिन 2004 के चुनाव में 13 मई को मतगणना में भाजपा को सत्ता गंवानी पड़ी थी। इस चुनाव में वाजपेयी ने 13 अप्रैल को नामांकन दाखिल किया था। भाजपा और भारत ही नहीं दुनिया भर में 13 अंक को अशुभ माना जाता है। कई होटलों में 13वीं मंजिल और 13 नंबर कमरे नहीं होते हैं। कई देशों में अस्पतालों में इस अंक का बिस्तर नहीं होता है।
हरियाणा में बहुत मुश्किल से भाजपा सरकार दुबारा बनी है इसलिए 13 तारीख को मंत्रिमंडल का विस्तार इसलिए नहीं किया गया ताकि आगे कुछ गड़बड़ न हो जाए। अब मंत्रिमंडल का विस्तार कल 14 नवम्बर को होगा जिसके लिए अतिथियों को निमंत्रण भेजे जा रहे हैं। हरियाणा अब तक को अपने सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि कैबिनेट विस्तार से पहले मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने आज रात भाजपा, जजपा और निर्दलीय विधायकों को डिनर पर बुलाया है। जिन्हे कल शपथ दिलाई जाएगी उनके नाम लगभग तय कर लिए गए हैं लेकिन अब भी विचार विमर्श जारी है कि किसे कौन सा मंतालय दिया जाए। सूत्रों की मानें तो जजपा को 12 महत्वपूर्ण विभाग मिल सकते हैं, हालांकि वह 14 विभागों की मांग कर रही है। इस पर आज भी चर्चा हो सकती है।
नोट- मलाईदार पदों को लेकर काफी खींचातानी हुई थी, हरियाणा मंत्रिमंडल में कई पद ऐसे हैं जहाँ बैठ मोटी मलाई खाई जा सकती है, प्रदेश रहे या भाड़ में जाए। यही कारण है कि पिछली सरकार के कई मंत्री अब घर बैठ झुनझुना बजा रहे हैं। जनता ने उन्हें नकार दिया। दो मंत्री छोड़ सभी मंत्री इस बार विधायक भी नहीं बन सके।
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