चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनावों के बाद अब कौन बनेगा मंत्री अभियान जारी है लेकिन हो सकता है 7 नवम्बर के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। कल से तीन दिन तक विधानसभा सत्र चलेगा। सोमवार को दोपहर 2 बजे से 14वीं विधानसभा और गठबंधन सरकार के पहले विधानसभा सत्र की शुरुआत होगी।सूत्रों द्वारा जानकारी मिल रही है कि अब मंत्रालय का बंटवारा दिल्ली में अमित शाह करेंगे। सीएम मनोहर लाल और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला जल्द उनसे मुलाक़ात कर सकते हैं। पुराने दिग्गज मंत्रियों के हारने के बाद हरियाणा भाजपा को समझ में नहीं आ रहा है कि किसे मंत्री बनाया जाए।
भाजपा के पसीने इसलिए छूट रहे हैं क्यू कि प्रदेश के अधिकतर मंत्री अगली बार विधायक भी नहीं बन पाते हैं शायद वो कामकाज ठीक से नहीं करते हैं इसलिए भाजपा चाहती है कि ऐसे नेताओं को मंत्री बनाया जाये जिनके कामकाज से जनता खुश हो और अगली बार बहुमत मिल सके। इस बार जजपा के गठबंधन से सरकार बनी है और जजपा को भी कई मंत्रालय देने पड़ेंगे साथ ने कई निर्दलीय विधायकों को भी खुश करना पड़ेगा। इसलिए मंत्री बनाने के लिए जमकर माथापच्छी करनी पड़ रही है।
माना जा रहा है कि विभागों का बंटवारा होने के बाद कैबिनेट विस्तार होने तक जजपा कोटे के सभी विभाग दुष्यंत को सौंप दिए जाएंगे। दुष्यंत बाद में अपने हिसाब से उनके कोटे से बनने वाले मंत्रियों को विभागों का आवंटन करेंगे। भाजपा कोटे के सभी विभाग फिलहाल सीएम मनोहर लाल खट्टर के पास रहेंगे। कैबिनेट में नये मंत्रियों के आने के बाद वे विभागों का बंटवारा करेंगे।
सूत्रों का कहना है कि जजपा की ओर से गठबंधन के साथ ही गृह विभाग की मांग की गई थी। सीएम यह विभाग देने से इनकार कर चुके हैं। वहीं, अनिल विज भी सबसे सीनियर होने के नाते गृह विभाग की मांग कर रहे हैं।
बताते हैं कि भाजपा नेतृत्व की ओर से जजपा नेताओं को कहा गया है कि अगर वे गृह विभाग लेते हैं तो उनके कोटे के तीन से चार विभाग कम हो सकते हैं। ऐसे में जजपा ने गृह विभाग की मांग लगभग छोड़ दी है।
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