चंडीगढ़, 28 नवंबर। हरियाणा में अब भाजपा सरकार को विपक्ष शायद ही चैन से बैठने दे। कांग्रेस ने मिशन 2024 शुरू कर दिया है। CWC सदस्य दीपेन्द्र हुड्डा पूरे हरियाणा का धन्यवादी दौरा करेंगे और आगामी 1 दिसंबर को सोनीपत के खरखौदा हलके से इसकी शुरुआत होगी। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव में कांटे की टक्कर थी और पौने 2 करोड़ मतदाताओं वाले प्रदेश में मात्र 4256 वोट और मिलते तो विधानसभा में कांग्रेस सबसे बड़ा दल होती तथा सरकार बनाती। हरियाणा के आम मतदाताओं में इस बात का व्यापक रोष कायम है कि प्रदेश भर में झूठे सर्वे प्रचारित किये गये, जिससे लोगों में भ्रम की स्थिति बनी। मीडिया घरानों ने भी प्रजातंत्र में चुनाव की गरिमा नहीं रखी और उनके द्वारा जमीनी हकीकत न दिखाने से जनता भ्रमित हुई। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान जनता से मिले अपार स्नेह और आशीर्वाद के लिये कृतज्ञता व्यक्त करेंगे। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनावों के दौरान दीपेन्द्र हुड्डा जिन हलकों में प्रचार के लिये गये, उनमें अधिकांश स्थानों पर कांग्रेस को जीत मिली। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश की जनता आर्थिक मंदी और महंगाई की दोहरी मार से त्रस्त है। इस दौरे में वो प्रदेश की जनता को बिगड़ती अर्थव्यवस्था, किसानों की ख़स्ता हालत, बढ़ती महंगाई, खतरनाक रूप ले चुकी बेरोज़गारी और बीजेपी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जागरूक भी करेंगे।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि धन्यवादी दौरे में वो हरियाणा के मतदाताओं का आभार व्यक्त करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा की जनता ने भाजपा को नैतिक रूप से पराजित किया है। यही कारण है कि पिछले एक महीने से सत्ता में बैठी भाजपा अपनी हार के कारणों को ढूंढने में लगी है और ज़िलेवार हार की समीक्षा बैठकें कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का अर्थ मंत्रिमंडल ही होता है और विधानसभा चुनाव में खट्टर सरकार के दर्जन भर मंत्रियों में से केवल 2 मंत्री ही दोबारा विधानसभा पहुंच पाये। इससे स्पष्ट हो जाता है कि प्रदेश की जनता में भाजपा सरकार के खिलाफ गहरा रोष था और जनता ने खुलकर हमारा साथ दिया। लेकिन, भाजपा और जजपा ने जनभावनाओं के विपरीत केवल स्वार्थसिद्धि के लिये जोड़-तोड़ कर प्रदेश में अवसरवादी गठबंधन वाली सरकार बनाई है। अंतर्विरोधों से घिरी ये सरकार ज्यादा समय तक नहीं टिकेगी।
उन्होंने कहा कि अंतर्विरोधों के कारण ही महीने भर बाद भी कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तय नहीं हो पाया है। जबकि, आम तौर पर चुनाव के बाद पहले कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तय होता है उसके बाद सरकार बनती है। इससे साफ हो जाता है कि सत्तालोलुपता ही दोनो दलों का कॉमन मिनिमम प्रोग्राम है। सत्ता में किसकी कितनी भागीदारी होगी केवल यही खबरें बाहर आ रही हैं। हरियाणा की जनता के लिये क्या काम किया जायेगा इसकी कोई खबर नहीं है।
Post A Comment:
0 comments: