चंडीगढ़: वर्षों तक पार्टी के लिए पसीना बहाने वाले अशोक तंवर इस तरह से कांग्रेस छोड़कर भाग जाएंगे ये उम्मीद किसी को नहीं थी लेकिन नेता कुछ भी कर सकते हैं कभी भी पाला बदल सकते हैं ये भारतीय राजनीति में होता रहा है और आगे भी होता रहेगा। नेता की सच्ची पार्टी कुर्सी होती है और वो कुर्सी से ज्यादा किसी पार्टी को नहीं चाहते। हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 से ठीक पहले तंवर ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है ।
अशोक तंवर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अशोक तंवर हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रधान थे और टिकट बंटवारे की वजह से नाराज चल रहे थे। उन्होंने पार्टी की नई प्रदेश प्रधान कुमारी सैलजा पर टिकट बेचने का आरोप लगाया था। इसके विरोध में उन्होंने पार्टी में मिले सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था और बीते दिन ही उन्हें स्टार प्रचारक घोषित किया गया था। लेकिन शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए तंवर ने पार्टी ही छोड़ दी। अशोक तंवर के पार्टी छोड़ने से जो प्रतिक्रियाएं आ रहीं हैं उनमे लोग कह रहे है कि तंवर ने बहुत अच्छा फैसला लिया है। वो कांग्रेस के लायक नहीं थे। पढ़ें ट्वीट ने नीचे लोगों की क्या राय है
बहुत ही बढ़िया डिसीजन सर आप पार्टी के लायक भी नहीं थे :-)— simply freemind (@freemind00786) October 5, 2019
इस समय में पार्टी छोड़ना कोई विकल्प नहीं है,। आप केवल पद के लिए पार्टी में थे, सैलजा जी को मौका मिला था, उनका साथ देना था, ये तो स्वार्थ ही प्रतीत हो रहा है।।— abhishek sharma (@abhishek811980) October 5, 2019
मैं आपके फ़ैसले का स्वागत करता हूँ इसलिए कि आप कांग्रेस मे रहने लायक थे ही नही!— Rgne Khalid (اندر خلد ) (@EngrKhalid7) October 5, 2019
जा @AshokTanwar_INC जी ले अपनी जिंदगी!
Post A Comment:
0 comments: