हर्षित सैनी, रोहतक, 6 अक्तूबर। उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आर एस वर्मा ने निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं भयमुक्त तरीके से चुनाव करवाने का आह्वान किया है। श्री वर्मा कल महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के टैगोर सभागार में विधानसभा चुनाव को लेकर आयोजित पायलेट रिहर्सल में पीठासीन अधिकारी, वैकल्पिक पीठासीन अधिकारी, सेक्टर मजिस्ट्रेट तथा सेक्टर सुपरवाइजर को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि रिहर्सल में जो टिप्स दिए गए हैं उन को ध्यान में रखकर ही चुनाव की ड्यूटी देनी होगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ड्यूटी आत्मविश्वास के साथ दें, लेकिन ओवरकॉन्फिडेंस में न रहे। उन्होंने कहा कि सहनशीलता व गंभीरता के साथ ड्यूटी देने से गलतियां होने की गुंजाइश नहीं रहती। उन्होंने यह भी कहा कि ड्यूटी में गंभीरता हो, लेकिन तनाव में न आए। श्री वर्मा ने कहा कि सभी अधिकारियों को ड्ïयूटी के संबंध में एक संक्षिप्त रूपरेखा तैयार करके दी जाएगी और उसे चरणबद्ध तरीके से पढ़ कर चुनावी ड्यूटी को आसानी से किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि पोलिंग पार्टी को जो किट बैग दिया जाएगा उसमें 154 आइटम होंगे और साथ में चेक लिस्ट होगी। इसलिए पार्टी को चेक लिस्ट के अनुसार अपने आइटम्स की गिनती करनी होगी। चुनावी ड्यूटी में मॉक पोल को महत्वपूर्ण बताते हुए उपायुक्त आर एस वर्मा ने कहा कि मतदान आरंभ होने से पहले राजनीतिक दलों के एजेंटों की उपस्थिति में मॉक पोल करवाया जाता है और कम से कम 50 मत डाले जाते हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर एजेंट नहीं आते हैं तो भी इस कार्य को पूरा करना होता है। उन्होंने पोलिंग पार्टियों का आह्वान किया कि ड्यूटी के दौरान सभी सदस्य आपसी तालमेल के साथ ही कर्तव्य का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि मतदान के दौरान इस बात का भी रिकॉर्ड रखना होगा कि कितने मतदाताओं ने मतदान करने के लिए फोटोयुक्त मतदाता पहचान पत्र का प्रयोग किया है और पुरुष व महिला मतदाताओं की संख्या कितनी रही है।
श्री वर्मा ने स्पष्ट किया कि ड्यूटी देने वाले अधिकारियों को छोडक़र अन्य किसी भी व्यक्ति को मतदान केंद्रों पर मोबाइल फोन लेकर नहीं जाने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मोबाइल को लेकर सख्त हिदायतें जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि चुनाव का कार्य बेहद गंभीर है और ड्यूटी का हर एक बिंदु कानून से जुड़ा हुआ है। अगर कोई ड्यूटी में कोताही करेगा तो उसके खिलाफ कार्यवाही होना लाजमी है। उन्होंने बताया कि ड्यूटी से गैरहाजिर रहने वाले आधा दर्जन से अधिक अधिकारियों व कर्मचारियों को पहले ही अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का नोटिस जारी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि दुर्भावना से ग्रस्त होकर कोई भी अधिकारी व कर्मचारी कार्य न करें और उनका ड्यूटी के दौरान ऐसा आचरण है कि कोई भी व्यक्ति उनकी निष्पक्षता पर उंगली न उठा सकें।
उपायुक्त श्री वर्मा ने ड्यूटी देने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि सुविधा के मामले में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। इससे पहले नगर निगम के सीनियर टाउन प्लानर केके वाष्र्णेय ने पायलेट रिहर्सल में प्रेजेंटेशन के माध्यम से चुनाव प्रक्रिया के एक-एक पहलु की बारिकी से जानकारी दी। उन्होंने बैलट यूनिट को वीवीपैट मशीन से जोडऩे तथा वीवीपैट को कंट्रोल यूनिट से जोडऩे के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि जब कोई एजेंट मतदान केंद्र से बाहर जाता है तो वह मतदाता सूची को बाहर नहीं ले जा सकता। जब कोई महिला मतदाता मतदान करती है तो मतदान सूची में उसके ब्लॉक में सर्कल लगाना होगा ताकि महिला मतदाताओं की आसानी से गिनती की जा सकें। जब कोई अधिकारी मतदान केंद्र पर आता है तो उसका विवरण भी पीठासीन अधिकारी को दर्ज करना होगा। मतदान समाप्ति के समय 6 बजे जो लोग मतदान केंद्र में प्रवेश कर जाएंगे उनकी लाइन लगानी होगी और सबसे अंतिम व्यक्ति को नंबर एक की स्लिप देनी होगी। इसके बाद कोई भी मतदाता प्रवेश नहीं कर पाएगा।
उन्होंने बताया कि मीडिया कर्मी मतदान कंपार्टमेंट की फोटो नहीं ले सकते। उन्होंने मतदान की गुप्तता बनाए रखने के लिए विस्तार से वर्णन किया। रिहर्सल में टेंडर वोट तथा चैलेंज वोट के बारे में भी जानकारी दी गई। मतदान समाप्ति के बाद विभिन्न प्रकार की रिपोर्ट तैयार करने के बारे में भी बताया गया। पायलेट रिहर्सल के उपरांत सामान्य पर्यवेक्षक अमृत त्रिपाठी ने पीठासीन अधिकारियों व वैकल्पिक पीठासीन अधिकारियों से रियल में प्राप्त की गई जानकारियों के बारे में पूछा।
इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी महेश कुमार, नगर निगम के एसटीपी केके वाष्र्णेय तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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