गुरुग्राम|हरियाणा : हरियाणा विधानसभा चुनाव में तंज और तीखी बहस अब तेज होती जा रही है, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा के बयानों पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता रमन मलिक ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्षा कुमारी शैलजा से पूछा कि मार्च 2011 में जब केंद्रीय पर्यटन मंत्री होते हुए, मिर्चपुर कांड में जब दलितों के घरों को जलाया जा रहा था, तब दलितों और जाट समुदाय के बीच समन्वय करने के लिए कहाँ गायब हो गई थी, क्यों अपने राजनितिक स्वार्थो के लिए चुप थी, और क्यों उस समय एक बुलंद आवाज बनकर नही आई, उस समय आपको कुर्सी से इतना लगाव था की हरियाणा जलता रहे और आप कुर्सी के लिए चुप बनी रही इसका जवाब देना चाहिए।
और पिछले वर्ष (2018) में पंजाब में दशहरा के दिन भीषण रेल दुर्घटना हुई थी वर्षगांठ होने जा रही है क्या आजतक कांग्रेस के किसी एक नेता ने सरकार से दोषियों को सजा देने की गुहार की ? ये आपका चाल, चरित्र और चेहरा को परिभाषित करता है|
भाजपा प्रवक्ता मलिक ने कहा कि कुमारी शैलजा जो किसी राजनेता की राजनितिक हत्या होने के बाद चैप्टर को क्लोज करके बता रही है, उन्हें इतिहास के पन्ने पलटने की जरुरत है कि गाँधी परिवार की कांग्रेस नेहरु, इंदिरा, राजीव, राहुल अब सोनिया जी की कांग्रेस में शुरुआत से ही होता आ रहा है कि किसी राजनेता को कैसे बाथरूम में बंद करके राजनीति से हटाया जाता है, इस प्रकार के अनेकानेक उदहारण गाँधी परिवार के कांग्रेस के चैप्टर में जरूर मिलेंगे, जहाँ भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने 75 पार का लक्ष्य दिया है, जिसको भाजपा के कार्यकर्ता 85 पार करने की चेष्टा में लगे हुए है| वहीं मेरा कांग्रेस की प्रदेशअध्यक्षा से प्रेस के माध्यम से सवाल है कि आप अपने संगठन को इन चुनावों में क्या लक्ष्य देंगे ?
भाजपा प्रवक्ता रमन मलिक ने कहा कि क्या कांग्रेस का मानसिक स्तर में इतनी गिरावट आ गई है कि कोई कांग्रेस नेता भारत माता की जय नहीं बोलेगा लेकिन कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गाँधी इस राष्ट्र से ऊपर है कि उनकी जय बोली जाएगी और उसका समर्थन कर रही है कुमारी शैलजा मै उनको कहना चाहूँगा कि इतनी चाटुकारिता नही करनी चाहिए कि भारतवासियों की भावनाओं का ख्याल ही ना रहे, और याद दिलाता हूँ कि हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने संसद में कहा था कि- “भारत कोई भूमि का टुकड़ा नही है, ये जीता जागता राष्ट्रपुरुष है, ये वंदन की धरती है- अभिनन्दन की धरती है, ये अर्पण की भूमि है ये तर्पण की भूमि है, इसकी नदी-नदी हमारे लिए गंगा है, इसका कंकड़-कंकड़ हमारे लिए शंकर है, हम जियेंगे तो इस भारत के लिए और मरेंगे तो इस भारत के लिए और मरने के बाद भी गंगाजल में बहती हुई अस्थियों को कोई कान लगा कर सुनेगा तो एक ही आवाज आएगी भारत माता की जय।” इसलिए भारत के प्रति अपनी धारणा को चुनाव में गिरवी ना रखे, लोकतंत्र का पर्व है इसे जनता के विस्वास के साथ आगे बढ़ते रहना और मनाना चाहिए।
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