फरीदाबाद: 28 सितम्बर 2012 में नरेंद्र मोदी की पहली रैली फरीदाबाद में सेक्टर 12 मैदान में हुई थी, कांग्रेस हटाओ, देश बचाओं नाम की इस रैली में मैदान छोटा पड़ गया था। लाखों की भीड़ उमड़ी थी और उस समय नरेंद्र मोदी पीएम भी नहीं थे। इस रैली में लाल कृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह जैसे नेता भी आये थे। उसके बाद 6 अक्टूबर 2014 विधानसभा चुनाव के समय पीएम मोदी की रैली दशहरा मैदान में हुई थी जहां कोई खास भीड़ नहीं पहुँची। पीएम की अगली रैली सेक्टर 12 के मैदान में 6 सितम्बर 2015 में हुई जब वो मेट्रो का उद्घाटन करने पहुंचे थे और उस रैली में भी कोई खास भीड़ नहीं पहुँची और अब कल बल्लबगढ़ की रैली भी कुछ ख़ास नहीं रही।
28 सितम्बर 2012 की रैली की खबरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की गईं। निगेटिव कमेंट्स देखने को नहीं मिला जबकि कल की रैली में सकारात्मक कमेंट्स बहुत कम आये जिसे देख लगता है कि खट्टर सरकार से लोग काफी नाराज हैं लेकिन परेशानी ये है कि लोग हुड्डा से भी खुश नहीं दिखते। चौटाला परिवार टूट-फ़ुट के बाद तवाह हो गया। दुष्यंत बहुत हाथ पांव मार रहे हैं लेकिन इस चुनाव में कोई खास फायदा नहीं मिलता दिख रहा है। सट्टा बाजार में आज भी भाजपा को 55 से 60 सीटें दी जा रहीं हैं जिसे देख लगता है कि सरकार भाजपा की ही बनेगी लेकिन कांग्रेस को अब सट्टा बाजार 15 से बीस सीटें देने लगा है जिसे देख लगता है कांग्रेस का भी ग्राफ थोड़ा बढ़ा है। फरीदाबाद की बात करें तो अब यहाँ स्टार प्रचारक पहुँचने वाले हैं। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर अब चौके छक्के मारते दिखेंगे तो फिल्म अभिनेता सन्नी देओल भी फरीदाबाद के मैदान में धुँआधाड बैटिंग करने पहुँच रहे हैं। भाजपा की बात करें तो लगभग सभी सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी जमकर टक्कर दे रहे हैं। कहीं कहीं आजाद उम्मीदवारों ने भी भाजपा प्रत्याशियों के पसीनें छुड़ा दिए हैं।
तिगांव की बात करें तो यहाँ कांग्रेस के ललित नागर की जबरजस्त बैटिंग देख भाजपा अब स्टार प्रचारकों को मैदान में उतार रही है। जल्द सन्नी देओल यहाँ रोड शो करते देखे जाएंगे। बल्लबगढ़ में आजाद दीपक चौधरी मूलचंद शर्मा के पसीने छुड़ा रहे हैं तो पृथला में भाजपा के बागी नयनपाल रावत आजाद मैदान में उतरे हैं और कांग्रेस के रघुवीर सिंह तेवतिया भी कड़ी टक्कर दे रहे हैं। बड़खल में सीमा त्रिखा को विजय प्रताप और धर्मबीर भड़ाना टक्कर दे रहे हैं तो फरीदाबाद विधानसभा सीट पर हुड्डा के लखन का वजन बढ़ता जा रहा है। एनआईटी में भाजपा के नगेंद्र को कांग्रेस के नीरज शर्मा कड़ी टक्कर दे रहे है और यहाँ चन्दर भाटिया गलियों में कूकर लेकर घूम रहे हैं और भाजपा का खेल कोई भी खराब कर सकता है।
फ़िलहाल सभी प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहे है और यही घमंड उन्हें ले डूबेगा। जो इस समय अपनी हार मान 21 तारीख की सुबह तक पसीना बहायेगा उसी की जीत संभव है।
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