अनूप कुमार सैनी: रोहतक, 3 अक्तूबर। एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का नारा देती नहीं थकती, वहीं दूसरी तरफ 12 वर्ष से अपने संगठन में कार्य कर रही बेटी के साथ टिकट वितरण में सरेआम भेदभाव कर एक पूंजीपति सतीश नांदल को 10 करोड़ रुपए में बेच दी है। आज स्थानीय मैना पर्यटक केंद्र पर आयोजित एक पत्रकार वार्ता में यह सनसनीखेज एवं गंभीर आरोप भाजपा नेताओं पर लगाते हुए भाजपा की वरिष्ठ नेत्री मीनाक्षी नांदल ने लगाए हैं।
भाजपा की वरिष्ठ नेत्री मीनाक्षी नांदल ने कहा कि मात्र दो महीनों पहले भाजपा में शामिल सतीश नांदल को गढ़ी-सांपला-किलोई विधानसभा क्षेत्र से टिकट बेच दी गई है जबकि वे पिछले 12 वर्षों से पार्टी में कड़ी मेहनत कर रही थी। उनका कहना था कि भाजपा हाईकमान ने ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है, जिसने पार्टी में शामिल होते समय कहा था कि वे भले ही भाजपा में शामिल हो रहे हैं किंतु उनके नेता औमप्रकाश चौटाला थे और अभय सिंह चौटाला उनके नेता रहेंगे।
टिकट वितरण में हुई धांधली को लेकर रोते हुए रूंधे गले से मीनाक्षी नांदल ने कहा कि यह पार्टी की सरासर नाइंसाफी है तथा वे इसके खिलाफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से करेंगी तथा सवाल पूछेंगी कि क्या यही पार्टी की नीति है कि पिछले लंबे समय से पार्टी के लिए कड़ी मेहनत कर रहे कार्यकर्त्ताओं की अनदेखी करके पूंजीपतियों को टिकट बेच दी जाती है।
उन्होंने कहा कि जब पार्टी का हलके में कोई वजूद नहीं था, तब से पार्टी के लिए कार्य कर रही हूं। जो-जो पार्टी ने आदेश दिए, उन पर अभी तक खरे उतरे हैं तथा जिस महिला ने इतने साल संघर्ष कर भाजपा को गढ़ी-सांपला-किलोई में अपनी मेहनत के बलबूते पर खड़ा किया, उस महिला को क्या मिला।
दुख होता है जब इतनी मेहनत से कार्यकर्त्ता काम करते हैं और उनके संघर्ष को 10 करोड़ रुपए में बेच दिया जाता है। भाजपा हाईकमान गरीब कार्यकर्त्ताओं की बात सुने। जिन महिलाओं पार्टी में महिलाओं की भागीदारी की बात करने वाली पार्टी 35 प्रतिशत का आधा हिस्सा भी महिलाओं को नहीं दिया गया।
मीनाक्षी नांदल ने कहा कि मैंने महिलाओं की आवाज को उठाया है तथा आज दुख होता है कि पार्टी संगठन हमारी ओर ध्यान नहीं देता। महिलाओं के उत्थान, उनकी राजनीति में सक्रिय भागीदारी की बात करते हैं लेकिन पीछे धकेल दिया जाता है। जब महिलाएं अपना बच्चे पाल सकती हैं, अपने घर को चला सकती हैं तो क्या अपने राजनीतिक क्षेत्र को नहीं चला सकती। उन्होंने कहा कि अगर महिलाओं को राजनीति में सक्रिय करना चाहते हैं तो उन्हें राजनीति में भागीदारी दें।
भाजपा के वरिष्ठ युवा नेता एवं भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष सुरजीत जसिया ने आरोप लगाया है कि विधानसभा चुनावों हेतु जिन लोगों को टिकटें दी गई हैं, वे पार्टी के कर्मठ कार्यकर्त्ताओं की उपेक्षा करके दी गई हैं। उन्होंने पैसे लेकर टिकट देने के सवाल के जवाब में कहा कि यह बिल्कुल सही आरोप हैं। उन्होंने बताया कि वे स्वयं पार्टी आलाकमान से अपने लिए गढ़ी-सांपला-किलोई विधानसभा क्षेत्र से दो बार टिकट की मांग कर चुके हैं लेकिन पार्टी का निष्ठावान एवं कर्मठ कार्यकर्त्ता होने के बावजूद उनकी घोर उपेक्षा की गई है।
उनका कहना था कि अगर पार्टी एक आम कार्यकर्त्ता को टिकट देती तो लोगों में संदेश जाता कि जो भाजपा एक कैडर बेस पार्टी है, उसने अपने एक आम कार्यकर्त्ता को टिकट दी है।
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