फरीदाबाद: नगर निगम में जितने कमिश्नर आते हैं आते ही बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन काम नहीं करते। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान और न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एलएन पाराशर का जिन्होंने कहा कि निगमायुक्त सोनल गोयल ने आते ही कहा था कि अरावली के अवैध फ़ार्म हाउस ढहाए जाएंगे लेकिन ढहाने की तो बात ही अलग है अरावली पर अब भी अवैध निर्माण जारी है। चुनाव के दौरान माफियाओं ने धड़ाधड़ निर्माण करना शुरू कर दिया है जबकि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि अरावली पर एक ईंट भी नहीं लगनी चाहिए।
एडवोकेट पाराशर ने कहा कि मैंने रविवार सुबह फरीदाबाद-सूरजकुंड रोड पर डिलाइट गार्डन के पास एक जगह निर्माण कार्य होते हुए देखा। पराशर ने कहा कि मुझे लगता है कि यहाँ जो निर्माण है वो पूरी तरह से अवैध है। उन्होंने कहा कि अरावली पर ऐसे कई निर्माण जारी हैं।
उन्होंने कहा कि अरावली अवैध निर्माण को लेकर मैंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की जिसके बाद भी भू माफिया नहीं सुधरे जबकि मैंने फरीदाबाद के कई बड़े अधिकारियों के साथ-साथ हरियाणा के मुख्य सचिव को भी पार्टी बनाया था लेकिन अधिकारी सुप्रीम कोर्ट के आदेश की धज्जियाँ अब भी उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब से आचार संहिता लगी है तबसे शहर के कई तरह के गलत काम और तेज हो गए हैं। उन्होंने कहा कि माफिया आचार संहिता का फायदा उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लगता है कि माफिया अधिकारियों से मिलकर अरावली का चीरहरण कर रहे हैं। खनन विभाग और वन विभाग को अरावली के अवैध निर्माण नहीं दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अरावली में जितने भी अवैध निर्माण हो रहे हैं वो सब अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले मैंने मुख्य सचिव के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अवमानना की याचिका फ़ाइल की थी और अब अगर ये निर्माण न रुका तो वर्तमान मुख्य सचिव के खिलाफ भी अदालत की अवमानना की याचिका फ़ाइल करूंगा और फरीदाबाद के बड़े अधिकारियों को भी पार्टी बनाऊंगा।
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