फरीदाबाद: एक सांसद का काम होता है कि वो अपने जिले के में बड़े-बड़े सरकारी कालेज, सरकारी अस्पताल, बड़े बड़े उद्योग स्थापित करवाएं लेकिन फरीदाबाद में लगभग दो दशकों से सांसद नाले नालिया साफ़ करवाने को वरीयता देते आ रहे हैं और जनता भी सांसदों के यहाँ नाले नालियां साफ़ करवाने की गुहार लगाने पहुँचती है जबकि ये काम पार्षद का होता है। दो दशकों में गुरुग्राम कहाँ से कहाँ पहुँच गया और दुनिया के खास शहरों में गुरुग्राम का नाम आता है जबकि फरीदाबाद का नाम कभी प्रदूषण में तो कभी बड़े-बड़े अपराध के कारण सुर्ख़ियों में रहता है। किसी अच्छे काम के लिए फरीदाबाद का नाम विदेशी अख़बारों में कब छपा था ये आप ढूंढते रह जाएंगे। विदेशी अखबारों में या तो सबसे प्रदूषित शहर के रूप में फरीदाबाद का नाम छपता है या किसी बड़ी हस्ती का मर्डर होता है तब विदेशी अख़बार लिखते हैं कि हरियाणा के फरीदाबाद के मर्डर?
जैसे सदियों पहले हनुमान जी को अपनी ताकत का पता नहीं था वैसे ही फरीदाबाद के नेताओं को अपनी ताकत का शायद पता नहीं है इसलिए वो नाले नालिया साफ करवाने में भी व्यस्त रहते हैं और इसी को वो विकास समझते हैं लेकिन नाले नालियां भी तो साफ़ नहीं हो पाते हैं।
2014 में तिगांव के विधायक कृष्णपाल गुर्जर फरीदाबाद के सांसद बने और केंद्र में मंत्री भी बने। उसी साल उनके दोस्त विपुल गोयल फरीदाबाद के विधायक बने और विधायक बनने के कुछ समय बाद वो हरियाणा के केबिनेट मंत्री भी बन गए। फरीदाबाद की जनता को उस समय बहुत खुशी हुई और जनता उम्मीद करने लगी कि अब फरीदाबाद को उसकी खोई पहचान मिल जाएगी लेकिन उसके बाद जो हुआ अच्छा नहीं हुआ। दोनों मंत्री आपस में ही उलझे रहे और पूरे पांच साल फरीदाबाद की जनता को जो उम्मीद थी वो पूरी नहीं हुई।
2014 में भाजपा ने बड़खल, फरीदाबाद, बल्लबगढ़ का किला फतह किया था लेकिन 2019 में भाजपा ने फरीदाबाद, तिगांव, बड़खल, बल्लबगढ़, होडल, हथीन, पलवल का किला भी फतह कर लिया है। यहाँ से जीते कुछ नेता मंत्री बन सकते हैं लेकिन आशंका है कि ये भी कहीं अपने कार्यकाल में नाले नालियां ही न साफ करवाते रहें। देश के एक दिग्गज नेता से आज बात हुई तो उनका कहना है कि फरीदाबाद में 2024 के बहुत पहले एक मदर यूनिट का आना जरूरी है और केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का अब ये पहला ख्वाब होना चाहिए। वो चाहेंगे तो सब संभव है।
उन्होंने कहा कि इस बार जब नरेंद्र मोदी दुबारा देश के पीएम बने थे तो उन्होंने सांसदों को सम्बोधित करते हुए कहा था कि अगली बार आप हमारे नाम से नहीं अपने नाम से वोट मांगे। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद के सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से कहना कि वो अगली बार बिना मोदी का नाम लिए चुनाव जीत सकते हैं लेकिन फरीदाबाद में कम से कम एक मदर यूनिट का जुआड़ करें और अपने विधायकों और पार्षदों से कहें कि नाले नालियों को साफ करवाने का काम वो संभाल लें। उन्होंने हरियाणा अब तक के माध्यम से कृष्णपाल गुर्जर को ये भी सन्देश दिया कि अगर आपके दफ्तर पर लोग नाले नालियों की शिकायत लेकर पहुँच रहे हैं तो आप समझ लें कि उस वार्ड का पार्षद या उस क्षेत्र का विधायक अपना कामकाज ठीक से नहीं कर रहा है और ऐसे में आप पार्षद या विधायक को तुरंत तलब कर उसकी खिंचाई करें। उन्होंने कहा कि केपी गुर्जर से कहना कि वो अब फरीदाबाद के अधिकारीयों के कामकाज पर भी ध्यान रखें। भ्रष्टों पर नजर रखें और कोई अगर गड़बड़झाला करते दिखे तो तुरंत उसे फरीदाबाद से भगा दें। ऐसा अगर गुर्जर करेंगे तो अगली बार के चुनाव में उन्हें मोदी के नाम पर वोट मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि कृष्णपाल गुर्जर अब एक बड़े नेता और एक ताकतवर मंत्री है और अब वो केंद्र में केबिनेट मंत्री भी बन सकते हैं लेकिन वो अपनी ताकत समझें।
नोट- ये जो साहब हमसे मिले थे तब इनके दरवाजे पर हमने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्र के कई केबिनेट मंत्रियों को इनका आशीर्वाद लेते हुए देखा था। साहब का कहना है कि कहीं भी हमारे नाम का जिक्र मत करना।शायद मैंने नहीं किया है।
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