कुरुक्षेत्र राकेश शर्मा: किसान जिसको धरती पुत्र भी कहा जाता धरती का सीना चीर कर उसमें से धान रूपी सोना उगाने का काम केवल और केवल किसान ही कर सकता है। पहले धान की फसल तैयार करने में किसानों को जद्दोजहद करनी पड़ी तो अब मंडी में धान बेचने के लिए किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। धान बेचने के लिए किसानों को मंडी के अंदर ही रात काटनी पड़ रही है। यहां नई अनाज मंडी में पीआर धान लेकर पहुंचने वाले किसानों को बिक्री के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। यहां हालात यह है कि पिछले कई दिनों से मंडी में पीआर धान की खरीद नहीं की गई।
किसान प्रेम ने कहा हमारा क्या कसूर?
शेखपूरा खद्दर का किसान प्रेम सिंह भी धान की खरीद ना होने से परेशान और हताश हो गया है प्रेम ने बताया कि अब किसको दोष दिया जाए ना सरकार सुन रही है और ना ही प्रशासन। प्रेम ने बताया कि उसने तीन एकड़ में पी आर धान लगाया हुआ है मंडी में पिछले कई दिनों से सुबह आता है और शाम को कई बार घर चला जाता है या फिर धान की ढेरी पर ही सो जाता है। दीपावली के दिन जहाँ लोग अपने घरों पर परिवारजनों के साथ खुशियां मना रहे थे उस दिन भी वह मंडी में अपनी धान के पास था। प्रेम ने बताया कि अब तो खर्चे से भी तंग हो गए है और आढ़ती भी संतोषजनक जवाब नही दे रहे हैं जिसके कारण वह मानसिक रूप से भी परेशान हो गए है।
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