फरीदाबाद: 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र की कई सीटों पर फिलहाल कांग्रेस के प्रत्याशी भाजपा को कड़ी टक्कर दे रहे हैं लेकिन कांग्रेस का खेल उनके कुछ स्टार प्रचारक उस समय खराब कर सकते हैं जब वो फरीदाबाद प्रचार करने पहुंचेंगे। आप सोंच रहे होंगे कि स्टार प्रचारक तो अपनी पार्टी के लिए प्रचार करते हैं तो प्रत्याशी और मजबूत होता है ऐसा है लेकिन कांग्रेस के स्टार प्रचारकों के प्रचार से कांग्रेस के प्रत्याशी इसलिए कमजोर होंगे क्यू कि वो आते ही कहेंगे कि भाजपा ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर गलत किया। जनता भड़क जाएगी। अभी विजय दशमी के दिन देश को पहला राफेल मिला। कांग्रेस यहाँ घटिया राजनीति करने से नहीं चुकी और राफेल की जब रक्षा मंत्री ने पूजा की तो कांग्रेस सवाल उठाने लगी जिसके बाद कांग्रेस घिरने लगी।
आपको बता दें कि चुनावों के समय कांग्रेस के कुछ नेता जरूर बकलोली दिखाते हैं। राफेल पूजा के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजनाथ सिंह द्वारा पूजा किए जाने पर कहा था कि इस तरह का तमाशा करने की आवश्यकता नहीं थी। जबकि राशिद अल्वी ने कहा था कि मैं कहना चाहता हूं कि यह सरकार पूरी तरह नौटंकीबाज है। इसके बाद भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह वायु सेना के आधुनिकीकरण का विरोध कर रही है और भारतीय रीति-रिवाज और परंपरा का मजाक बना रही है।
गृह मंत्री अमित शाह कल हरियाणा में थे और कांग्रेस को घेरते हुए उन्होंने कहा कि भारत में विजय दशमी के दिन शस्त्र पूजन करते हैं। ऐसे में अगर राफेल का भी पूजन किया गया तो इसमें हंगामा करने की क्या बात है। कांग्रेसी इसका विरोध कर रहे हैं, ऐसा करने से पहले एक बार सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि विजयदशमी पर शस्त्र पूजन करना भारतीय संस्कृति है। कांग्रेस को बस विरोध करना है। उन्होंने विजय दशमी पर राफेल को सेना में शामिल करने के लिए पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को बधाई। शाह ने लोगों से पूछा कि क्या एक देश में दो झंडे हो सकते हैं क्या, दो प्रधानमंत्री हो सकते हैं क्या, दो संविधान हो सकते हैं क्या। जिसके उत्तर में लोगों ने भारत माता की जय के उदघोष के साथ अपनी सहमति दी। शाह ने कहा कि कांग्रेस की तीन पीढिय़ां बदली, लेकिन कांग्रेस सरकारें जम्मू-कश्मीर से अनुुच्छेद 370 नहीं हटा पाईं। मोदी ने दूसरी बार प्रधानमंत्री बनते ही सबसे पहले इसे हटा दिया। कांग्रेस ने अनुुच्छेद 370 हटाने का विरोध किया।
ऐसे में जब चुनाव हों तो कांग्रेसी नेताओं को सोंच समझ कर बोलना चाहिए। लेकिन कुछ कांग्रेसी बिना सोंचे समझे बोल देते हैं। अब हरियाणा भाजपा को घर बैठे एक मुद्दा मिल गया है। राफेल पूजा का विरोध कांग्रेस को हरियाणा में भारी पड़ सकता है। बात करें फरीदाबाद के कांग्रेस प्रत्याशियों की तो वो बहुत मेहनत कर रहे हैं। कई अपने दम पर चुनाव जीत सकते हैं लेकिन ये उनके स्टार प्रचारक कहीं उनका खेल खराब न कर दें।
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