चंडीगढ़: हरियाणा के सबसे ईमानदार सीएम मनोहर लाल ने दुबारा राजपाठ संभाला है। पहले टर्म में सीएम लगभग फेल साबित हुए जिस कारण भाजपा बहुमत से दूर रही लेकिन दुष्यंत चौटाला ने भाजपा को वैशाखी थम्हा दी और खट्टर फिर चंडीगढ़ पहुँच गए। पहले टर्म में सीएम मनोहर लाल चिल्लाते रहे कि न खाऊँगा न खाने दूंगा लेकिन उनके बयानों से बेचारे 18-20 घंटे सड़कों पर पसीना बहाने वाले ट्रैफिक पुलिस कर्मी ही डरे। मोटा खाने वाले मालामाल हो गए। साईकिल से लग्जरी गाड़ियों पर चलने लगे। तमाम अधिकारियों और अन्य भ्रष्टाचारियों में आलीशान महल बना लिए। कई पुश्तों तक का इंतजाम कर लिया।
अब टर्म में सीएम खट्टर की बड़ी परीक्षा है कि क्या हरियाणा से भ्रष्टाचार का खात्मा कर सकते हैं। क्या खाने खिलाने वालों पर शिकंजा कस सकते हैं। इस दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं है लेकिन हरियाणा में भ्रष्टाचार कैंसर की तरह जड़ें जमा चुका है जो शायद ही जल्द ख़त्म हो।
हरियाणा अब तक ने कई दिनों से फरीदाबाद में राशन घोटाले को लेकर आवाज उठाई। ओल्ड फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र की भीम बस्ती, बाबा नगर, बसलेवा कालोनी, गोपी कालोनी, ठाकुर वाडा, शास्त्री कालोनी, राजा गार्डन जैसी कई कालोनियों में हमने हजारों गरीबों से बात की और सोशल मीडिया पर उनसे बातचीत का वीडियो पोस्ट किया। कई अधिकारियों के फोन भी आये और हमने उन्हें बताया कि जाकर मौके पर देखें लेकिन अधिकारी बड़े लोग होते है। गली मोहल्ले में गरीबों के बीच जाकर अपने कपडे नहीं गंदे करना चाहेंगे इसलिए अब तक किसी माफिया पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। कहा जा रहा है कि कुछ अधिकारियों से शायद सेटिंग कर ली है इसलिए माफियाओं पर शिकंजा नहीं कस रहे हैं।
कुछ लोगों की प्रतिक्रियाएं आईं कि अब तो अंगूठा लगने के बाद ही राशन मिलता है। हमने आपको बताया और लोगों का वीडियो दिखाया था जिसमे लोग कह रहे हैं कि हमसे जबरन डिपो वाले हर महीने अंगूठा लगवा लेते हैं लेकिन हर माह राशन नहीं देते हैं और जब लोग अंगूठा नहीं लगाते है तो उन्हें धमकी भी मिलती है कि आगे तुम्हे राशन नहीं दिया जायेगा। ये तो अंगूठे वाली बात हुई। आगे जानें अंगूठे वाला खेल।
शहर के युवा समाजसेवी एवं जाने मानें आरटीआई कार्यकर्ता वरुण श्योकंद से हमारी मुलाक़ात हुई तो उन्होंने एक बड़ा राज खोलते हुए कहा कि राशन डिपो की दूकान पर जो मशीन है उसमे अगर कोई अंगूठा लगाता है तो एक पर्ची भी निकलती है जो पर्चे उपभोगता को मिलनी चाहिए लेकिन कोई डिपो वाला वो पर्ची नहीं देता है।
वरुण श्योकंद ने आगे बताया कि अगर कोई अंगूठा लगाता है और राशन लेता है तो उनके मोबाइल पर मैसेज भी आना चाहिए लेकिन राशन डिपो पर जानबूझकर किसी उपभोगता का मोबाइल नंबर मशीन से नहीं कांटेक्ट किया गया है। मोबाइल नंबर जोड़ा जाता तो डिपो वाले जनता का राशन लूट नहीं सकते थे। वरुण ने कहा कि सम्बंधित अधिकारियों की मिलीभगत से फरीदाबाद में हर महीने करोड़ों रूपयों का सरकारी राशन राशन माफिया डकार रहे हैं। वरुण का दावा है कि कई माफियाओं ने फर्जी नाम से कई-कई राशन डिपो ले रखे हैं और जांच कराया जाए तो कइयों के पास लग्जरी गाड़ियां मिलेंगी। अपना काम है जनता का दर्द सरकार तक पहुंचाना। सरकार अगर जनता की भलाई के लिए काम कर रही होगी तो सरकार को जनता का ये दर्द समझ में आएगा। भ्रष्टों के लिए काम कर रही होगी तो ये भ्रष्ट आगे भी जनता को ऐसे ही लूटते रहेंगे।
वरुण ने और क्या कहा देखें वीडियो
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