फरीदाबाद: पिछले दशहरे पर तीखी तकरार के बाद इस दशहरे के ठीक पहले कृष्ण चक्र का शिकार हुए विपुल गोयल को अब भी फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र की जनता नरेंद्र गुप्ता से काफी अच्छा नेता मानती है। एक दिन पहले हमने ऑनलाइन सर्वे किया था जिसमे 7 हजार 600 लोगो ने वोट दिया और सैकड़ों लोगों की प्रतिक्रियाएं आईं जबकि 44 हजार से ज्यादा लोग पोस्ट पर पहुंचे। 74 फीसदी लोगों ने विपुल गोयल को अच्छा नेता माना है जबकि नरेंद्र गुप्ता को मात्र 26 फीसदी लोगों का वोट मिला है। ऑनलाइन सर्वे में दिखा कि नरेंद्र गुप्ता का कद विपुल गोयल के घुटनों से भी कम है जिसका फायदा अब कांग्रेस को मिल सकता है।
कांग्रेस ने अब तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। यहाँ से लखन सिंगला, आनंद कौशिक, सुमित गौड़ और गौरव चौधरी टिकट के दावेदारों में प्रमुख हैं। अब कांग्रेस किसे मैदान में उतारती है ये शायद आज शाम तक पता चल जायेगा क्यू कांग्रेस के पास मजबूरी है कि आज लिस्ट घोषित करे क्यू कि नामांकन के लिए दो दिन ही बचे हैं।
कृष्ण चक्र की बात करें तो ये चक्र उन कई नेताओं पर चल चुका है जिहोने कृष्ण को उंगली दिखाई थी और सोमवार से शहर में इसी चक्र की चर्चा है और फरीदाबाद ही नहीं हरियाणा में भी इस चक्र की चर्चाएं जोरों पर हैं। दो बार भाजपा के विधायक रह चुके चंदर भाटिया जैसे कई नेता इस चक्र का शिकार हो चुके हैं। फरीदाबाद में ये अब एक पुरानी कहावत हो चुकी है कि बेशक गुर्जर की चक्की धीमी चलती है, लेकिन जब चलती है तो बारीक पीसती है।
2014 चुनावों के दौरान विपुल गोयल गुर्जर के सबसे अच्छे दोस्त थे लेकिन जीत के बाद गलत संगत पड़ गई और ये भोलाभाला नेता अवतार भड़ाना जैसे नेताओं के चक्कर में पड़कर 2019 तक अपना सब कुछ गँवा बैठा। अब अवतार भड़ाना जैसे नेता खुश होंगे क्यू कि दो अच्छे दोस्तों को उन्होंने जानी दुश्मन बना दिया। विपुल के कई मंचों पर आकर अवतार जब गुर्जर और उनके मामा को घेरते थे तब गुर्जर खामोश रहते थे लेकिन उनकी नजर अपनी चक्की पर रहती थी। अब जो हुआ उससे गोयल के समर्थक बहुत दुखी हैं लेकिन जिस समय अवतार भड़ाना विपुल के मंच से गुर्जर को घेरते थे उस समय गुर्जर के समर्थक भी काफी दुखी होते थे। यहाँ तक कि उनके मामा अब उनकी चौखट पर नहीं दिखते हैं क्यू कि अवतार भड़ाना उन पर बड़े-बड़े आरोप लगाते थे।
Post A Comment:
0 comments: