फरीदाबाद: जिले की कुल 6 विधानसभा सीटों के लिए कुल 55 उम्मीदवार मैदान में हैं हो सकता है जल्द कुछ की बात किसी से बन जाये और 7 अक्टूबर तक नाम वापस ले लें। फ़िलहाल फरीदाबाद की कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है तो कहीं आमने सामने की टक्कर है। भाजपा प्रत्याशियों को मोदी लहर की उम्मीद है तो कांग्रेस के प्रत्याशियों को अपनी मेहनत पर भरोषा है। कांग्रेस के पास ऐसा कोई चेहरा नहीं है जो प्रत्याशियों की नाव पार लगा सके। भाजपा के प्रत्याशियों के लिए अगर मोदी की फ़ौज प्रचार न करे तो जिले में शायद ही भाजपा के किसी प्रत्याशी का खाता खुले। इसका प्रमुख कारण है कि प्रदेश के 70 फीसदी लोग सीएम मनोहर लाल के कामकाज से खुश नहीं है और मनोहर को लोग दूसरा मनमोहन सिंह मानते हैं। क्यू मानते हैं अपने पाठकों को पहले बता चुका हूँ।
बात करते हैं बड़खल विधानसभा क्षेत्र की तो यहाँ अब तक त्रिकोणीय मुकाबला है। कांग्रेस के विजय प्रताप सिंह , भाजपा की सीमा त्रिखा और आम आदमी पार्टी के धर्मबीर भड़ाना भी यहाँ जमकर पसीना बहा रहे हैं। यहाँ इन्ही तीनों नेताओं में मुकाबला है। आगे ऊँट किस करवट बैठता है आगे बताएँगे।
एनआईटी विधानसभा क्षेत्र में भी त्रिकोणीय मुकाबला है। भाजपा के नागेंद्र भड़ाना, कांग्रेस के नीरज शर्मा और आजाद चंदर भाटिया भी फिलहाल यहाँ एक दूसरे टक्कर देते नजर आ रहे हैं।
तिगांव विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहाँ भाजपा के राजेश नागर और कांग्रेस के ललित नागर में इस बार भी कांटे की टक्कर देखी जा सकेगी।
फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहाँ कांग्रेस के लखन कुमार सिंगला और भाजपा के नरेंद्र गुप्ता में सीधी टक्कर देखने को मिलेगी।
बल्लबगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के मूलचंद शर्मा, कांग्रेस के आनंद कौशिक और आजाद उम्मीदवार दीपक चौधरी में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा।
पृथला विधानसभा क्षेत्र में भी अब त्रिकोणीय मुकाबला है। यहाँ से कांग्रेस के रघुवीर सिंह तेवतिया, भाजपा के सोहन पाल सिंह और भाजपा के बागी नयनपाल रावत में टक्कर है। यहाँ रावत किसी का भी खेल ख़राब कर सकते हैं। बागी लोग खेल ख़राब करने के लिए ही मैदान में कूदते हैं।
अभी ये शुरुआती आंकड़े है। जैसे जैसे 21 तारीख नजदीक आती जाएगी और भाजपा कांग्रेस के दिग्गज प्रचार के लिए पहुंचेंगे आंकड़े बदल भी सकते हैं। यहाँ से अन्य किसी पार्टी का कोई उम्मीदवार चमत्कार करेगा फ़िलहाल ऐसी उम्मीद नहीं दिख रही है। लेकिन चमत्कार तो चमत्कार ही होता है और वो कभी भी संभव है। 55 में से कोई भी चमत्कार कर सकता है। मेहनत करें।
तस्वीर। कांग्रेस प्रत्याशी ललित नगर ने कल तिगांव से परचा भरते ही जीत का दावा ठोंक दिया
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