चंडीगढ़: हरियाणा में अब मनोहर लाल की मनमानी नहीं चलेगी। अब तमाम कामकाज में जजपा चीफ एवं उप मुख्यमत्री दुष्यंत चौटाला का सीधे हस्तक्षेप होगा। आने वाले समय में हरियाणा में व्यापक पैमाने पर तबादले होंगे और इन तबादलों में भी दुष्यंत के मन मुताबिक़ अधिकारी इधर उधर किये जाएंगे। ओपी और अजय चौटाला के जेल जाने के बाद जिन अधिकारियों ने चौटाला परिवार से नजदीकियां बनाकर रखीं अब उनकी लाटरी लग लकती है और जहां चाहेंगे वहीं लगाए जाएंगे।
सूत्रों द्वारा एक बड़ी बात बता चली है जिसमे कहा जा रहा है कि तीन निर्दलीय विधायक दुष्यंत चौटाला के संपर्क में हैं और ये तीनों वैसे ही करेंगे जैसे दुष्यंत चौटाला कहेंगे। कहा जा रहा है कि जजपा को 10 सीटें मिली हैं लेकिन तीनों को जोड़कर 13 विधायक होते हैं और इन 13 विधायकों के बूते पर दुष्यंत चौटाला खट्टर पर भारी पड़ते रहेंगे क्यू कि वर्तमान समय में भाजपा-जजपा और निर्दलीय विधायकों को मिलाकर 57 का आंकड़ा होता है। इनमे से अगर कभी 13 विधायक निकलते हैं तो सरकार अल्पमत में आ जाएगी। इसलिए मनोहर नहीं चाहेंगे कि दुष्यंत को कभी नाराज किया जाए। अब दुष्यंत जो कहेंगे वही होगा। पिछले टर्म में ऐसा कोई नेता नहीं था जिसके सामने खट्टर को किसी बात पर झुकना पड़े लेकिन इस बार खट्टर कोई भी मनमानी नहीं कर सकेंगे। आने वाले समय में जब मिशन तबादला शुरू होगा तक दुष्यंत का असर देखा जा सकेगा।
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