फरीदाबाद: विनाशकाले विपरीति बुद्धि वाली कहावत बल्लबगढ़ में देखने को मिल रही है जहाँ दो बार कांग्रेस की विधायक रह चुकीं शारदा राठौर इस बार भाजपा के झांसे में आ गईं और भाजपा ने उन्हें टिकट भी नहीं दी और कांग्रेस की टिकट भी नहीं ले सकीं। उन्हें बल्लबगढ़ से इस बार जिताऊ उम्मीदवार बताया जा रहा है लेकिन अब वक्त बदल गया है। भाजपा ने फिर मूलचंद शर्मा को टिकट दिया जबकि कल रात्रि कांग्रेस ने फरीदाबाद के पूर्व विधायक आनंद कौशिक को मैदान में उतार दिया। यहाँ से अब मुकाबला त्रिकोणीय हो चुका है। भाजपा, कांग्रेस को यहाँ से दीपक चौधरी कड़ी टक्कर देंगे जो आजाद आजाद उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करेंगे। आनंद कौशिक और मूलचंद शर्मा ब्राम्हण समाज से हैं और अब ब्राम्हण समाज के वोटों में बंटवारा हो जाएगा।
दीपक यहाँ काफी समय से पसीना बहा रहे हैं और नगर निगम चुनावों में वो मोदी लहर को मात दे चुके हैं। वक्त ने उन्हें बल्लबगढ़ से सुनहरा मौका दिया है क्यू कि आनंद कौशिक उम्रदराज नेता हैं और ज्यादा पसीना नहीं बहा सकते और बल्लबगढ़ में कांग्रेस का जनाधार तब तक था जब वहां शारदा राठौर थीं। अब वहां कांग्रेस का कोई जनाधार नहीं है। कौशिक को युद्ध स्तर पर अपने कार्यकर्ता बनाने पड़ेंगे जबकि दीपक चौधरी एक महीने पहले हर बूथ पर 10 से 100 कार्यकर्त्ता तैनात कर चुके हैं जबकि भाजपा के पास तमाम पन्ना प्रमुख वगैरा हैं। अब बल्लबगढ़ में जो ज्यादा पसीना बहायेगा उसी के घर 24 अक्टूबर को ढोल बजेगा।
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