चंडीगढ़: पूरे पांच साल कांग्रेस में टूट-फूट चलती रही लेकिन विधानसभा चुनावों के समय भी कांग्रेस बहुत ज्यादा कमजोर नहीं दिख रही थी। लगभग 50 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस भाजपा को कड़ी टक्कर दे रही थी लेकिन पूर्व प्रदेश अशोक तंवर ने शायद हुड्डा से बदला लेने का यही वक्त चुना था और चुनाव तारीख से 15 दिन पहले कांग्रेस छोड़ हरियाणा कांग्रेस में हड़कंप मचा दिया।
अब कांग्रेस के लिए कई जिलों से बुरी खबर आ रही है। रोहतक में तंवर समर्थक कई कांग्रेसियों ने स्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि फरीदाबाद में तंवर समर्थक पूर्व केबिनेट मंत्री ऐसी चौधरी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए हैं। अशोक तंवर ने भी कहा है कि उन्हें भाजपा सहित कई पार्टियों से ऑफर आने लगे है।
तंवर और उनके समर्थकों के कांग्रेस छोड़ने से राज्य में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो सकता है। तंवर ने कहा कि बड़े दुख के साथ पार्टी छोड़नी पड़ रही है।तंवर ने कहा कि ब्लैकमेलिंग और गलत तरीके से अर्जित किए पैसे के बल पर कुछ लोग कांग्रेस के आंतरिक लोकतंत्र को ध्वस्त कर चुके हैं। ये लोग पार्टी में जमीनी स्तर पर काम करने वालों को आगे नहीं आने देना चाहते। मैं अकेले ऐसा नहीं हूं जो इन लोगों के शिकार हुए हैं, ऐसे हजारों कार्यकर्ता हैं जो इनकी वजह से अपनी जगह नहीं बना पाते।
तंवर ने लिखा है, कुछ सालों के अनुभव में मुझे अहसास हुआ है कि पिछले कुछ सालों में कांग्रेस के इन स्वार्थी नेताओं ने पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र का खात्मा कर दिया है। अब इन परिस्थितियों में मेरे लिए अपना और पिछड़े, दलित वर्ग के कार्यकर्ताओं का मान-सम्मान बनाए रखना आसान नहीं होगा।
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