फरीदाबाद: क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने किया अंकित मर्डर केस का खुलासा। अंकित को गोली मारने वाला आरोपी शरद पांडे गिरफ्तार कर लिया गया है। ऑडी कार लूटने के मकसद से ये हत्या की गई थी। फरीदाबाद पुलिस द्वारा अंकित मर्डर के आरोपियों के बारे में सूचना देने वाले को 1 लाख का इनाम देने की घोषणा की गई थी। 2018 में सूरजकुंड थाना एरिया में हुए मर्डर केस में गिरफ्तार किए गए आरोपी विजय फरमाना ने किया अंकित मर्डर केस का खुलासा।
अंकित मर्डर केस में मास्टरमाइंड था आरोपी शरद पांडे की जानकारी आरोपी विजय फरमाना ने दी ,,, विजय फरमाना को ग्रीन फील्ड में थाना सूरजकुंड एरिया में अपने एक साथी आरोपी बांदरी की हत्या में गिरफ्तार किया गया था।
अंकित मर्डर केस के मास्टरमाइंड आरोपी शरद पांडे को तिहाड़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर की प्रारंभिक पूछताछ।
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने किया करीब 25 वारदात करने का खुलासा।
आरोपी शरद पांडे को लिया 6 दिन के पुलिस रिमांड पर।
लूटने वाले आरोपियों का परिवार से कोई संबंध नहीं:- सहायक पुलिस आयुक्त अपराध।
आज दिनांक 2 अक्टूबर 2019 को सहायक पुलिस आयुक्त अपराध, अनिल यादव ने अपने कार्यालय सेक्टर 30 में प्रेस वार्ता के दौरान मेहंदी व्यापारी के पुत्र अंकित के मर्डर केस का खुलासा किया है।
उन्होंने बताया कि दिनांक 08.06.2016 को सेक्टर 16 A फरीदाबाद निवासी अंकित पुत्र प्रेमचन्द अमर की तीन अज्ञात मोटर साइकिल सवार युवको द्वारा घर के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।
जिस पर मुकदमा न. 327 दिनांक 09.06.2016 धारा 302,34,120B IPC & 25-54-59 A.ACT थाना सेंट्रल में दर्ज किया गया था।
तीन वर्ष तक पुलिस द्वारा मृतक अंकित के परिजनों द्वारा शक जाहिर किये गये व्यक्तियों से पुलिस द्वारा विभिन्न तरीको से जांच की जाती रही लेकिन इस केस में कामयाबी नही मिल सकी थी।
तत्कालीन पुलिस आयुक्त संजय कुमार के द्वारा नई SIT का गठन किया गया जिसमे अनिल कुमार यादव, सहायक पुलिस आयुक्त अपराध, के दिशा निर्देश पर निरीक्षक संजीव कुमार प्रभारी अपराध शाखा DLF व उप निरीक्षक अनिल कुमार प्रभारी अपराध शाखा 48 को शामिल किया गया।
न केके राव पुलिस आयुक्त ने पुलिस आयुक्त का कार्यभार संभालते ही सभी क्राइम ब्रांच को अपराधियों पर शिकंजा कसने व अकिंत मर्डर केस में तेजी से जांच कर आरोपियों की धरपकड़ के निर्देश दिए थे,,,,,,,, SIT द्वारा के द्वारा इस मर्डर केस की गहनता, तकनीकी और वैज्ञानिक पहलुओं पर बारीकी से विश्लेषण करते हुए कल दिनांक 01.10.19 को आरोपी शरद पांडे उर्फ़ काली पुत्र कृषण देव पांडे निवासी S-63 A विजय विहार उत्तम नगर दिल्ली, तिहाड़ जेल दिल्ली में बंद था को, प्रोडक्शन रिमांड पर लेकर पूछताछ की गयी तो अंकित हत्याकांड का पूरा खुलासा हुआ।
क्राइम ब्रांच डीएलएफ प्रभारी ने बताया कि जिन व्यक्तियों पर मुदई पक्ष द्वारा शक जाहिर किया गया था उनसे काफी गहनता से एवं आधुनिक तरीको से पूछताछ की गयी परन्तु उस कोण से इस अभियोग में कोई सफलता हासिल नही हुई।
इसके पश्चात निरीक्षक संजीव कुमार ने घटनास्थल से एकत्र साक्ष्यो का काफी गहराई से विश्लेषण किया तथा एकत्र साक्ष्यो में ऐसा साक्ष्य सामने आया जैसे अंकित की हत्या करते समय कुछ लुटने का प्रयास भी किया गया है।
इस आधार पर कड़ी जोड़ते हुए आधुनिक तरीके से इस अभियोग में काफी साक्ष्य एकत्र कर इनका गहराई से विश्लेषण किया कि अंकित की हत्या के समय उसकी गाडी ओडी Q7 की चाबी वारदात के बाद नही मिली जिससे अनुसन्धान आगे बढ़ाते हुए यह पाया कि अंकित की हत्या ओडी Q7 को लूटने के इरादे से की गयी है।
जिस पर प्रभारी डीएलएफ ने अंकित मर्डर वारदात के समय एनसीआर में महंगी गाड़ी लूटने वाले गिरोह के बारे में छानबीन की गई।
छानबीन में पाया कि उस समय एक गैंग इस तरह की वारदात देने के लिए सक्रिय थी। जिस गैंग ने 29 मई 2016 को साऊथ एक्सटेंसन दिल्ली में 4 युवको द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता की कार ओडी Q7 को भी इसी प्रकार से हथियार दिखाकर लूटा गया था। जो इस केस में ऑडी ड्राइवर से आरोपियों के बोलचाल, लूटने का तरीका, उनकी पहचान के बारे पूछताछ की गई। पूछताछ एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर लूट के प्रसिद्ध मास्टरमाइंड कार लुटेरे आरोपी शरद पांडे गैंग पर निरीक्षक संजीव कुमार व उनकी टीम को शक हुआ।
मुकदमा न. 221/18 धारा 302,34 IPC & 25-54-59 A.ACT थाना सूरजकुंड में गिरफ्तार शरद पांडे उर्फ़ काली गिरोह के सदस्य विजय फरमाना से की गयी पूछताछ पर खुलासा हुआ कि दिनांक 8 जून 2016 को अंकित की हत्या उसकी कार लुटते समय की गयी थी।
जिस पर अंकित मर्डर केस के मास्टरमाइंड आरोपी शरद पांडे को तिहाड़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर प्रारंभिक पूछताछ की गई है। जिसमें उसने वारदात करने वाले कबूला है।
प्रभारी क्राइम ब्रांच ने बताया कि अंकित की हत्या दिनांक 08 जून 2016 को ओडी Q7 कार की लुट का जोड़ा बनाने के चक्कर में गिरफ्तार मुख्य आरोपी शरद पांडे निवासी यूपी व उसके साथी विजय फरमाना, दीपक उर्फ़ भांजा और अमित लाम्बा निवासी दिल्ली द्वारा की गयी थी।
वारदात से पूर्व एक दिन पहले गिरोह द्वारा कार की रेकी की गयी थी तथा दिनांक 08 जून 2016 को मृतक अंकित अपनी मेहँदी की फैक्ट्री ओल्ड फरीदाबाद से अपने घर पहुंचा तो पहले से वहां घर के नजदीक एक इनोवा कार और एक मोटरसाइकिल पर बैठे चारो आरोपियों ने गाडी लुटने के प्रयास में अंकित को गोली मार दी थी।
अनिल यादव ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ लूट, स्नैचिंग, किडनैपिंग इत्यादि के करीब 25 मुकदमे दर्ज हैं। इस गिरोह में 10 से ज्यादा व्यक्ति शामिल है।
आरोपी महंगी गाड़ियों को लूट कर मणिपाल में ले जाकर उनकी आरसी एवं अन्य कागजात दूसरे बनाकर उनको सस्ते भाव में बेच देते थे। अंकित मर्डर केस में इस्तेमाल की गई इनोवा कार गुरुग्राम से लूटी गई थी एवं इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल भी चोरी की थी। इसके अलावा आरोपियों ने दिल्ली में एक डॉक्टर के अपहरण एवं एक लूट के विरोध पर मर्डर केस और भी अंजाम दिया हुआ है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि आरोपी शरदा पांडे को आज कोर्ट में पेश कर 6 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है,,,, रिमांड के दौरान आरोपी से वारदात में प्रयोग की गई इनोवा कार, मोटरसाइकिल, एवं पिस्टल बरामद की जाएगी।,,,,,, आरोपी से अंकित मर्डर केस में अन्य सभी साक्ष्य जुटाए जाएंगे।
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