फरीदाबाद। सूरजकुंड रोड सेक्टर 44 स्थित श्री सिद्धदाता आश्रम एवं श्री लक्ष्मीनारायण दिव्य धाम में दिवाली के अवसर पर जोरदार सजावट की गई। यहां पर लाखों की संख्या में लोग पहुंचे। उन्होंने अपने आराध्य से प्रार्थना की और श्री गुरु महाराज इंद्रप्रस्थ एवं हरियाणा पीठाधीश्वर श्रीमद जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर श्री गुरु महाराज ने लोक कल्याण के लिए विशेष पूजन भी किया। इस अवसर पर श्री सिद्धदाता आश्रम की सजावट देखते ही बनती थी। लेकिन इस बार पर्यावरण को देखते हुए लड़ियों का बहुत कम इस्तेमाल किया गया। लड़ियों के स्थान पर मिट्टी के दीए जलाए गए। आज के दिन 21000 दिए जला कर लोगों को एक संदेश दिया गया कि पर्यावरण हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है। दिवाली के दिन श्री सिद्धदाता आश्रम की ओर से दिया पर्यावरण की सुरक्षा का यह संदेश निश्चित तौर पर आने वाले समय में जनता पर गहरा प्रभाव देखने को मिलेगा।
इस अवसर पर श्रीमद जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने कहा कि दिवाली हम सबको प्रेरणा देती है कि हम जीवन में स्वच्छता और सफाई से रहें और अपने संबंधों को सच्चाई सच्चरित्रता के साथ जीएं। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम का चरित्र हमें वह सब करने के लिए प्रेरित करता है जिसके लिए हमें मानव का जन्म मिला है। उन्होंने भक्तों से कहा कि अपने जीवन में लक्ष्य धारण करें और मानवता के गुणों को अपनाकर अपने जीवन को आगे की तरफ अग्रसर करें। इस अवसर पर लाखों की संख्या में आए भक्तों को स्वामीजी ने प्रसाद एवं आशीर्वाद प्रदान किया।
गौरतलब है कि श्री सिद्धदाता आश्रम सनातन परंपरा में श्री रामानुज संप्रदाय का उत्तर भारत का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है। यहां पर आने वालों को धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति तय मानी जाती है। माना जाता है कि संप्रदाय के संस्थापक आचार्य रामानुज स्वामी जी ने भगवान श्रीमन्नारायण से यह वरदान प्राप्त किया था कि मैं जिसको आपके धर्म में रत करूंगा, उसको आप धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष प्रदान करेंगे।
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