फरीदाबाद/नई दिल्ली, 11 सितंबर। जननायक जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सदस्य एवं भाजपा नेता हर्षमोहन भारद्वाज को गर्दन काटने की धमकी देने की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इसे ब्राह्मण समाज का अपमान बताया है। जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने एक बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री कई अवसरों पर अपने अहंकार का परिचय दे चुके हैं। इसके साथ ही जेजेपी के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद भारद्वाज ने सीएम से ब्राह्मणों का अपमान किए जाने पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है।
अरविंद भारद्वाज ने कहा कि जिस फरसे को उठाकर सीएम मनोहर लाल गर्दन काटने की धमकी दे रहे थे, शायद उन्हें पता नहीं कि वो फरसा भगवान परशुराम का प्रतीक है और उसे अन्याय व अत्याचार को समाप्त करने के लिए उठाया जाता है, ना कि किसी पर अपना गुस्सा और अहंकार जाहिर करने के लिए।
अरविंद भारद्वाज ने कहा कि सीएम मनोहर लाल ने ना सिर्फ भाजपा नेता को धमकी दी है बल्कि पूरे ब्राह्मण समाज का अपमान किया है। उन्होंने बताया कि ब्राह्मण समाज के लोग सम्मान के रूप में फरसा और मुकुट भेंट करते है। उन्होंने कहा कि रथ यात्रा के दौरान जब उनकी पार्टी के नेता हर्षमोहन भारद्वाज ने सीएम को फरसा और मुकुट भेंट कर रहे थे तभी मुख्यमंत्री सबके सामने गले काटने की धमकी दी और उनका गला काटने के लिए भगवान श्री परशुराम के प्रतीक माने जाने वाले पवित्र फरसे का लहराया जो कि सरेआम ब्राह्मण समाज का अपमान है।।
उन्होंने कहा कि इससे सीएम की यह मानसिकता पता चलती है कि वे ब्राह्मण समाज को कमजोर समझते है और उन्हें गला काटने की धमकी तक दे देते है।
अरविंद भारद्वाज ने कहा कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब सीएम मनोहर लाल ने अपनी इस तरह की मानसिकता को दर्शाया हो। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने पहले प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रसिद्ध शहीद मंगल पांडेय का भी अपमान किया था। अहंकार से भरे अंदाज़ में सीएम ने कहा था कि मंगल पांडेय 1857 की क्रांति के विफल होने के लिए जिम्मेदार थे।
उन्होंने कहा कि सीएम मनोहर लाल व भाजपा सरकार सिर्फ जात-पात का जहर प्रदेश में फैला रही हैं। उन्होंने कहा कि पहले इस सरकार ने जाट आरक्षण के मुद्दे पर राजनीति करते हुए प्रदेश को जलाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री मनोहर ब्राह्मण समाज के पीछे लगी हुए है जिसकी जेजेपी घोर निंदा करती है। इसी सरकार में सरकारी भर्ती की परीक्षा में भी ब्राह्मण समाज को अपमानित करने वाला सवाल पूछा गया और मनोहर सरकार ने उस मामले को रफा दफा कर दिया। अरविंद भारद्वाज ने कहा कि इस तरह ब्राह्मणों के अपमान को ब्राह्मण समाज कभी माफ नहीं करेगा।
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