नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हनीट्रैप केस में लॉ छात्रा बुरी तरह फंसती जा रही है। उसके कारनामों के एक से एक वीडियो वाइरल हो रहे हैं जिसे देख लगता है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री से सच में पांच करोड़ रूपये मांगे जा रहे थे और छात्रा ने अपने साथियों संग मिलकर बड़ी साजिश रची थी। अब हनीट्रैप गैंग का एक और वीडियो वाइरल हुआ है।
यह वीडियो भी फिरौती मांगने के मामले से संबंधित है। इस वीडियो में गाड़ी में बैठे लोग मैसेज भेजने को लेकर आपस में बहस कर रहे हैं। वीडियो में पीड़िता और उसके तीन दोस्त दिखाई दे रहे हैं।
कार में पीछे की सीट पर बैठा युवक युवती पर नाराजगी जाहिर कर रहा है। वीडियो में किसी सोनू भैया का नाम लेते दिखाई दे रहा है। वह कह रहा है कि जिस सिम से मैसेज किया गया है, उसमें जिसकी आइडी लगी होगी उसे तो पुलिस पकड़ ही लेगी। इस पर युवती पलटवार करती है और कहती है कि वह किसी का भी सिम चोरी कर लेते। फिर युवक कह रहा है कि लखनऊ या बरेली से भी किसी का सिम चोरी कर लेते तो क्या वाट्सएप नहीं बनता। इस पर युवती कह रही है कि चोरी कर लेते तो ज्यादा ठीक था, पकड़े तो नहीं जाते। वहीं कार में आगे बैठा युवक कह रहा है कि इसकी जरूरत ही क्या थी, मैसेज किए ही क्यों गए थे, इस पर पीछे बैठे युवक कहता है कि उसका इसमें नाम आ रहा है।
यह वीडियो भी गाड़ी ड्राइवर ने ही अपने मोबाइल के कैमरे से बनाया था। आपको बता दें कि बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद को 22 अगस्त को पांच करोड़ रुपये का मैसेज भेजा गया था। इस गैंग को पैसे नहीं मिले तो गैंग ने कई वीडियो वाइरल करवा दिए जिसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री को गिरफ्तार किया गाय लेकिन पुलिस जांच में इस गैंग की असलियत सामने आ गई और छात्रा और उसके कई साथी भी गिरफ्तार कर लिए गए। ब्लैकमेलर छात्रा से मिलने एक दिन पहले पूर्व राज्यसभा सदस्य एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता वृंदा करात व पूर्व सांसद सुभाषिनी अली जेल पहुंचीं और आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर चिन्मयानंद को बचा रही है।
उन्होंने छात्रा की गिरफ्तारी और विशेष जांच दल (एसआइटी) की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े किए। कहा कि दोनों मामलों को एक बराबर रखा जा रहा, जोकि गलत है। छात्रा ने चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाया जिसकी रिपोर्ट अलग दर्ज होनी चाहिए। वृंदा करात ऐसे मामलों में राजनीति चमकाने जरूर पहुँचती हैं। फरीदबाद के एक मामले में लगभग दो साल पहले कई बार मौके पर पहुंचीं थीं और पुलिस और सरकार को घेरा था। देखें ये वीडियो जो एक मीडिया संसथान ने पोस्ट किया है। इन ब्लैकमेलरों की असलियत आपको पता चल जाएगी और इस केस में राजनीति चमकाने वालों पर आप भी कहेंगे कि ये राजनीतिक गिद्ध केस हर जगह राजनीति की रोटी सेंकने पहुँच जाते हैं। देखें
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