गुरुग्राम |हरियाणा : कांग्रेस के प्रचार-प्रसार कमेटी के अध्यक्ष बने कैप्टन अजय यादव के विभिन्न बयानों पर सीधा तीखा हमला करते हुए भाजपा प्रवक्ता रमन मालिक ने आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कांग्रेस को अलविदा कह के भाग जाने वाले कैप्टन अजय यादव के साथ आज राजनीतिक मौसम में हाशिये पर हारे हुए कांग्रेस के कथित नेता बयानबाजी के अलावा कुछ नहीं कर सकते l
और कैप्टन साहब भूल गए हैं कि सीबीआई को पिंजरे में कैद तोते की संज्ञा माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने दी थी यह कोई विपक्ष के द्वारा दी गई संज्ञा नहीं थी l
रमन मलिक ने कहा कि कप्तान साहब भूल गए हैं कि मीडिया पर प्रतिबंध लगाने में कांग्रेस ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी और शायद कैप्टन अजय यादव भूल गए होंगे कि संविधान में पहला संसोधन भी अभिव्यक्ति की आजादी पर तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने लगाया था l और उसके बाद 1975 में जिस प्रकार से मीडिया के अधिकारों का हनन हुआ था वह कोई भूला नहीं है l और जो कांग्रेसजन स्टार कैंपेनर बोल रही है, वह मदमस्त सितारे हैं जो अब तारे जमीन पर हैं l
मलिक ने आगे कहा कि कप्तान साहब का कांग्रेस मेनिफेस्टो कमेटी के ना बने होने पर यह कहना कि कुछ नेताओं ने अपना मेनिफेस्टो जारी कर दिया है यह साफ दिखाता है की 7 गुटों में बटी हुई कांग्रेस आज भी इकट्ठा नहीं हो पाई और उनके अनुसार हुड्डा साहब ने अपने बनाये मेनिफेस्टो को कांग्रेस का मेनिफेस्टो घोषित कर दिया यह तो ठीक बात नहीं हुई क्या वहां संगठन नाम की चिड़िया शायद उड़ गईl
कप्तान के रोहतक की रैली में हुड्डा साहब के 4 डिप्टी सीएम वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा कि क्या आपके कहने का अभिप्राय यह है कि कुछ समय हुड्डा साहब कांग्रेस का अंश ही नहीं थे, या आप यह कहना चाहते है कि हूडा साहब ताजा-ताजा कांग्रेस में घुसे हैं यही सुनिश्चित करता है कि हरियाणा में कांग्रेसियों के मन में भी भेद है और कांग्रेस के मत में भी भेद है और कांग्रेस आज भी टुकड़ों में बटी हुई है l
मलिक ने आगे कहा कि हरियाणा ने आपकी कड़वीे गोली देने का वीडियो देखा था कप्तान साहब आप के समय में नौकरियों की बोली लगती थी, इस सरकार में मेधावी व्यक्ति को नौकरी मिलती है। और उसका श्रेय भी आप लेना चाहते हैं कि आपने नौकरियां लगवाई l आपकी कथनी से यह स्पष्ट होता है कि आप मेधावी व्यक्तियों को नौकरी ना लगवाए जाने का एक कारण है ?
हमारी सरकार संविधान द्वारा स्थापित न्याय प्रणाली पर चलती है और न्याय प्रणाली हमारे दिए हुए आदेशों की आदी नहीं है निष्पक्ष जांच हो कर अगर किसी के कुकृत्यों पर उसके ऊपर कोई एक्शन लिया जाए तो उस पर किसी को भी ठेस नहीं लगनी चाहिए l
गांधी परिवार की वफादारी से ज्यादा देश और प्रदेश से वफादारी करें तो शायद आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी l
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