फरीदाबाद: शहर के कुछ नेताओं ने अरावली के पहाड़ों को खाला जी का माल समझ लिया है और अरावली का जमकर चीरहरण कर रहे हैं। अवैध खनन कर रहे हैं। अवैध रूप से अरावली पर कब्ज़ा कर रहे हैं। अरावली के जंगलों को नष्ट कर फरीदाबाद को दुनिया का सबसे प्रदूषित जिला बना रहे हैं। हरियाणा अब तक ने 12 अगस्त को पाली गांव में अवैध खनन का मामला उठाया था। हमने बताया था कि पाली के पास कई दिनों से अवैध खनन जारी है जहाँ पीएलपीए लागू है और ये वन क्षेत्र है। उस समय हमने अवैध खनन की शिकायत खनन विभाग से वहां के ही लोगों ने करनी चाही तो वन विभाग की अधिकारी ने कहा कि अभी छुट्टी चल रही है, छुट्टी के बाद एफआईआर दर्ज करवा देंगे जबकि खनन विभाग के अधिकारियों ने फोन नहीं उठाया था।
यहाँ वन विभाग की जमीन पर बड़ा गड़बड़झाला किया जा रहा। ग्रामीणों की शिकायत पर अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं करते थे और उन्हें ही धमकाने लगते थे।
अब अधिकारी शायद जाग गए हैं। खनन अधिकारी ने पाली के सरपंच सुन्दर पुत्र लीलू राम को नोटिस भेजा है। नोटिस में खनन अधिकारीयों ने लिखा है कि जिला अधिकारी फरीदाबाद के कार्यालय से उन्हें एक शिकायत प्राप्त हुई है। जिस पर कार्यवाही करते हुए 19 अगस्त को मौके का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि लेबर कालोनी हनुमान मंदिर के पास सरपंच सुन्दर द्वारा डम्फरों से मिट्टी और मालवा उठवाकर गांव की नई बसावट वाली गलियों में लगभग 15 डम्फर ( 20 टन प्रति डम्फर ) जो लगभग 300 मैट्रिक टन बनती है जिसमे 200 मैट्रिक टन मिट्टी और 100 मैट्रिक टन पत्थर को गांव के कच्चे रस्ते पर डाला हुआ पाया गया है जिसकी रायल्टी खनिज की कीमत एवं जुर्माना राशि इस तरह से है। अतः आपको हिदायत दी जाती है कि नोटिस मिलने तीन दिन के अंदर आप 38 हजार 800 रूपये सरकारी खजाने में हरियाणा माइनर एवं मिनिरल ऐक्ट 104 के तहत जमा करवाएं अन्यथा आपके खिलाफ स्थानीय थाने या चौकी में मामला दर्ज किया जायेगा। इस अति आवश्यक समझें।
यही नहीं वन विभाग ने भी सरपंच सुन्दर को लपेटा है और वन विभाग ने डीडीपीओ को पत्र लिखा है। विभाग के पत्र में लिखा गया है कि पाली गांव के सरपंच सुन्दर द्वारा पीएलपीए की जनरल धारा 104 में बिना विभागीय अनुमति के सड़क को पक्का किया है। साथ ही लगते सेक्शन 4 व् 5 के क्षेत्र से मलवा उठाकर सड़क पर डाला गया है। जो घोर अनियमितता है। पाली गांव के सरपंच से स्पष्टीकरण मांगकर जबाब देने को कहा गया है।
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