रोहतक, 17 सितम्बर। अनूप कुमार सैनी-/हर्षित सैनी: रोहतक में आम आदमी पार्टी प्रदेशाध्यक्ष पंड़ित नवीन जयहिन्द मुख्यमंत्री खट्टर पर जमकर बरसे और प्रेस वार्ता में कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर अपनी जन आशीर्वाद रैली में जिस तरह से ब्राह्मण नेता को गर्दन काटने की धमकी दी, उससे खट्टर की मानसिकता का पता चल जाता है। चुनाव जीतने से पहले ही वे गर्दन उड़ा देने की धमकी देते हैं। अगर चुनाव जीत गए तो सत्ता में आते ही वे आम लोगों के साथ कैसा व्यवहार करेंगे, लोगों को अनुमान लगा लेना चाहिए।
उनका कहना था कि इस बार भाजपा 75 पार नहीं बल्कि जनता की गर्दन पर वार करेंगे। भाजपा के एक नेता को खुलेआम फरसे से उनकी गर्दन उड़ा देने की धमकी देकर भगवान परशुराम व ब्राह्मण समाज का अपमान किया है।
पंचायतों व समाज के लोगों ने बार-बार मुख्यमंत्री खट्टर से माफ़ी मांगने को कहा लेकिन मुख्यमंत्री खट्टर सत्ता के नशे व घमंड में चूर हैं, जो समाज व जनता से माफ़ी मांगने को तैयार नहीं हैं। अत: ऐसे घमंडी मुख्यमंत्री का घमंड वध करने के लिए ब्राहमण समाज को फरसा उठाना पड़ेगा। हर्षमोहन को अपनी अंतरात्मा को जगाना पड़ेगा, अपने अन्दर के परशुराम को जगाओ। जहां तक टिकट की बात है, अगर हर्षमोहन भारद्वाज महज टिकट के लिए ये अपमान सहन कर रहे हैं तो उन्हें टिकट की चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि आप पार्टी उन्हें विधानसभा का टिकट देने को तैयार है। इससे उनका स्वाभिमान तो जिंदा रहेगा। अत: उन्हें तुरन्त सीएम को अपनी बेइज्जती का जवाब पार्टी छोड़ कर देना चाहिए।
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि जिस समय सीएम ने उक्त ब्राह्मण नेता को गर्दन काटने की धमकी दी, उस समय भाजपा सांसद अरविन्द शर्मा, राज्यसभा सांसद डीपी वत्स, भाजपा सरकार में ब्राह्मण मंत्री रामबिलास शर्मा, रमेश कौशिक व अन्य नेता जो अपने आप को ब्राह्मण समाज के नेता बताते हैं, जिन्हें समाज ने जीता कर विधायक व सांसद बनाया, आज उनका खून अब पानी हो गया? क्या या फिर गूंगे-बहरे हो गए हैं? उनका कहना था कि ब्राह्मण नेताओं ने गर्दन तो पहले ही कटवा ली थी, अब जुबान भी कटवा ली है क्या ? जो उनके मुंह से एक शब्द तक नहीं निकल रहा। उनका कहना था कि ब्राहमण समाज ने अब तक कई मुख्यमंत्री बनाए हैं तो भाजपा के नेता इस भूल में न रहे कि उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता अबकी बार ब्राह्मण समाज ही दिखाएगा।
पंड़ित नवीन जयहिन्द का कहना था कि भगवान परशुराम ने फरसा अन्यायियों व राक्षसों के खिलाफ उठाया था। ये फरसा किसी की गर्दन काटने के लिए नहीं होता। ब्राह्मण समाज की बेइज्जती हुई है। उन्होंने कहा कि समाज के स्वाभिमान के बदले एक टिकेट तो क्या सौ टिकट कुर्बान है।
प्रदेशाध्यक्ष ने हर्षमोहन भारद्वाज व ब्राह्मणों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने अंदर का परशुराम जगाएं और खट्टर व इस घमंडी भाजपा सरकार के खिलाफ फरसा उठाएं। ब्राह्मण देश व समाज के लिए गर्दन कटवाते हैं, टिकेट के लिए नहीं। राजनीति व पार्टी से कहीं ऊपर समाज होता है। जहां पर मान-सम्मान न मिले, ऐसी जगह छोड़ देनी चाहिए।
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि क्या मुख्यमंत्री खट्टर ब्राह्मण समाज का वध करने के लिए बने हैं और सीएम बताएं कि वो किनको दुश्मन बता रहे थे ? फरसा किसी जाति-धर्म या व्यक्ति को मारने के लिए नहीं उठाया जाता बल्कि मानवता को बचाने के लिए, पापियों के नाश के लिए उठाते हैं।
पंड़ित नवीन जयहिन्द ने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर कहते हैं कि चांदी के मुकुट ग्रहण करना भाजपा की परम्परा के खिलाफ है तो वहीं उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी का चित्र लहराते हुए कहा कि तो क्या ये खट्टर का फूफा लगते हैं क्या? मोदी को ब्राह्मण समाज ने चांदी का मुकुट पहना कर मान सम्मान दिया तो मोदी ने कैसे मुकुट ले लिया। क्या वे भाजपा के नहीं कांग्रेस पार्टी के नेता हैं। क्या सीएम इन्हें पहचानते नहीं हैं।
एक सवाल के जवाब में पंड़ित नवीन जयहिन्द का कहना था कि भूपेन्द्र हुड्डा व शैलजा के हाथ में कमान आने का मतलब यह नहीं है कि वह सत्ता में आ जाएगी। कांग्रेस तो आज शमशान में पहुंच चुकी है। कांग्रेस में आज कुछ नहीं रहा। कांग्रेस ने 10 साल के शासन में जो कुकर्म किए थे, उन्हीं के कारण आज भाजपा सत्ता में आ सकी है। अब भाजपा के कुकर्म शुरू हो गए। दोनों पार्टियों के नेताओं ने हरियाणा की जनता को लूट लूट कर खाया है। जनता अब इन्हें सत्ता में आने का मौका कतई नहीं देगी।
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