फरीदाबाद: 2014 विधानसभा चुनावों में जिस दिन एनआईटी से इनेलो के नगेंद्र भड़ाना जीते थे उस दिन एनआईटी ही नहीं हरियाणा के कई जिलों में चर्चा थी कि शिव चरण लाल शर्मा कैसे हार गए। नागेंद्र की जीत के चर्चे एनआईटी में ही थे जबकि शिवचरण लाल शर्मा की हार के चर्चे फरीदाबाद ही नहीं पूरे हरियाणा में और हरियाणा से सटे यूपी के कई जिलों में भी थे। स्वर्गीय शर्मा विकास पुरुष कहे जाते थे और एनआईटी का उन्होंने इतना विकास करवाया था जितना बीस वर्षों में भी नहीं हुआ था इसलिए उनकी हार के चर्चे दूर-दूर तक थे। नगेन्द्र भड़ाना की जीत का प्रमुख कारण था कि वो हरियाणा के इकलौते ऐसे नेता हैं जिनका व्योहार, बात चीत करने का तरीका और छोटा हो या उम्र में बड़ा हर किसी से झुक कर मिलना और बिहार के हों या बंगाल के, अगर बुजुर्ग है और उम्र में नागेंद्र से बड़े हैं तो नागेंद्र उनका पांव छूते हैं और कभी कभी तो अपनी उम्र से कम वालों के आगे भी झुक जाते हैं। उनकी इसी खासियत ने उन्हें 2014 का चुनाव जितवाया और वो विधायक बने। नगेन्द्र पांच साल से एनआईटी के विधायक हैं और वो शायद देश के पहले ऐसे विधायक हैं जिन्हे विधायक बनने के बाद घमंड नहीं आया और पहले वो अधिकतर बुजुर्गों के पैर छूते थे अब तो वो हर उम्र के लोगों के पैर छूते हैं और सबका आदर सत्कार करते हैं।
अब नागेंद्र भाजपा में हैं। कहा जा रहा है कि एनआईटी से भाजपा की टिकट के प्रमुख दावेदार विधायक नगेंद्र भड़ाना हैं। दुसरे नंबर पर यशवीर डागर और तीसरे नंबर पर नीरा तोमर की चर्चा क्षेत्र में चल रही है। कहा जा रहा है कि बैजू ठाकुर और चंदर भाटिया सबकों चौंका सकते हैं। क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं जारी हैं। आज एनआईटी में देखा गया कि कुछ लोग कह रहे थे कि भाजपा की टिकट यशवीर डागर को मिलेगी। इस अफवाह के बाद लोगों का कहना था कि डागर से अच्छा तो नगेंद्र ही है और शिव चरण लाल शर्मा के छोरे भी इतने बुरे नहीं हैं। वो भी यशवीर डागर से अच्छे हैं।
ये चर्चाएं देख लगता है कि भाजपा ने अगर यशवीर डागर को टिकट दिया तो इस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को मुँह की खानी पड़ सकती है। पूर्व मंत्री पंडित शिव चरण लाल शर्मा के पुत्र नीरज शर्मा और नगेंद्र भड़ाना में इस बार भी मुख्य मुकाबला हो सकता है। यशवीर डागर के अलांवा भाजपा नगेंद्र, नीरा, ठाकुर, भाटिया को टिकट देती है तो भाजपा ये सीट जीत सकती है। आपको बता दें कि पिछली बार यहाँ से यशवीर डागर को भाजपा की टिकट मिली थी लेकिन वो तीसरे नंबर पर रहे थे। एनआईटी की जनता का हाल बेहाल है, कई कालोनियों में 15 भी बिजली नहीं मिल रही है, अधिकतर सड़कों पर सीवर का पानी भरा है, क्षेत्र के लाखों लोग परेशान हैं लेकिन यशवीर डागर को कभी इन लाखों लोगों की परेशानी शायद नहीं दिखी। उन्हें सिर्फ टिकट मिलने का ख्वाब दिख रहा है ,जनता जाये भाड़ में।
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