फरीदाबाद: फरीदाबाद न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एवं बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एडवोकेट पाराशर का कहना है कि फरीदाबाद की नगर निगम प्रशासन और प्रदूषण विभाग पूरी तरह नकारा है ,उन्होंने कहा कि फरीदाबाद सेक्टरों में पार्क के आसपास गंदगी और पॉलिथीन के कूड़े के ढेर देखना आम बात हो चुकी है।
एडवोकेट पराशर ने बताया कि वह शहर के जिस कोने में जाते हैं वहां गंदगी के ढेर और पॉलिथीन कचरा जगह-जगह दिखाई देता है और उनके साथ दिखाई देती हैं सैकड़ों गाय जो उन पर मुंह मारती रहती हैं एडवोकेट ने कहा कि एक तरफ नगर निगम आवारा पशु मुक्त जिला फरीदाबाद को बताता है दूसरी तरफ नगर निगम फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी के रूप में देख रहा है लेकिन यह दोनों ही दावे और कथन कतई सच नहीं है नगर निगम के सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि शहर में पॉलिथीन मुक्त अभियान कई जगह चलाए जा रहे हैं कई बड़े नेताओं ने आज हरी झंडी दिखाकर इस अभियान की शुरुआत भी की है लेकिन इसको अमल में लाने के लिए नगर निगम प्रशासन और प्रदूषण विभाग जब तक पूरी जिम्मेदारी के साथ अपना काम नहीं करेगा यह अभियान खाली कागजों में ही रह जाएगा, एडवोकेट प्रशासन ने कहा कि इसकी शिकायत उन्होंने प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से करी है ,उन्होंने कहा कि मैं फरीदाबाद के शुद्ध आबोहवा की लड़ाई चाहे वह अरावली पर कब्जे को लेकर हो या नगर निगम की अनदेखी की वजह से हो लगातार लड़ रहे हैं और लड़ेंगे, एडवोकेट पराशर ने जनता से भी अपील की है कि वह जिले को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए पॉलिथीन का बिल्कुल प्रयोग ना करें और अपने घर के आस-पास हो रही गंदगी को बिल्कुल भी इकट्ठा ना होने दें घर के कूड़े को सही जगह डंप करें तभी हमारा जिला एक स्मार्ट सिटी का रूप ले सकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि वह अब जिला अधिकारी और नगर निगम और भ्रष्ट कामचोर अधिकारियों के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका भी दायर करेंगे उन्होनें पहले भी डी. सी., M.C.F कमिशनर्, व् अन्य आला अधिकारियों के खिलाफ़ आवारा पशुओं के बावत हाईकोर्ट में याचिका दायर की हुई है. जिसकी सुनवाई कभी भी हो सकती है.
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