भिवानी, 5 सितम्बर। रोजगार देने के मामले में देशभर में सबसे फिसड्डी साबित हुई खट्टर सरकार ने प्रदेश की जनता को निराश किया है। ये बात हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता अशोक बुवानीवाला ने आज रोजगार कार्यालय के जारी हुए आंकड़ों पर खट्टर सरकार को घेरते हुए प्रदेश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कही। बुवानीवाला ने कहा कि प्रदेश के लिए ये आकंड़ें शर्मनाक है क्योंकि देश में सबसे अधिक 28.7 प्रतिशत बेरोजगार हरियाणा में है। रोजगार के नाम पर आए दिन झुठी वाहवाही लूटने में लगी खट्टर सरकार का रोजगार देने के मामले में देशभर में सबसे फिसड्डी साबित होना युवाओं के मुद्दें पर सबसे बड़ी नाकामी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रदेश में आए दिन पेपर लीक होने की खबरों व पिछले दरवाजे से बड़ें पैमाने पर हो रही भर्तियों के फर्जीवाड़ों पर भी सरकार चुप्पी साधे हुए है जो इस खटारा सरकार की कथनी और करनी में अंतर स्पष्ट करते हैं। बुवानीवाला ने आरोप लगाते हुए कहा कि नौकरियों में हो रहे बड़ें पैमाने के इन घोटालों को छिपाने के लिए प्रदेश सरकार ने संघ कार्यकर्ताओं को नौकरियों में निष्पक्षता दिखाने का झूठ को फैलाने का जिम्मा सौंप दिया है जो दिनभर सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदेश की जनता को गुमराह करने में लगे हुए है।
बुवानीवाला ने कहा कि युवाओं रोजगार देने में पूरी तरह से विफल साबित हुई खट्टर सरकार जो थोड़ा बहुत निष्पक्षता के साथ रोजगार देने ढ़ीढौरा पीट रही है उसकी पोल आए दिन हाईकोर्ट पहुंच रहे नौकरियों में हुई धांधलियों के मामले खोल रहे हैं। इस दौरान बुवानीवाला ने हरियाणा बिजली विभाग में एसडीओ के 40 पदों के लिए शार्ट लिस्ट हुए 80 उम्मीदवारों में प्रदेश के केवल दो उम्मीदवारों के नाम आने और बाकी सभी दूसरों राज्यों से आने पर भी प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान लगाते हुए कहा कि खट्टर सरकार पुर्णत्या प्रदेश के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि ये शर्म की बात है कि प्रदेश के युवाओं का हक छिनकर दूसरों राज्यों के युवाओं को दिया जा रहा है। जिस कारण प्रदेश के युवाओं के लिए पलायन की स्थिती बनी हुई है। बुवानीवाला ने कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर प्रदेश में 75 प्रतिशत नौकरियां स्थानीय युवाओं के लिए आरक्षित की जाएगी। बुवानीवाला ने कहा कि पिछले 5 साल से प्रदेश में बेरोजगार युवाओं की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है ऐसे में उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं को उनकी योग्यता के हिसाब से रोजगार देने की बजाए चतुर्थ श्रेणी में निपटा कर दोहरी मार दे रही है क्योंकि प्रदेश में नौकरियों के श्रेणी ‘ए’ व ‘बी’ के लाखों पद खाली पड़ें है। सरकार की इस दोहरी मार से उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं का भविष्य तो केवल चतुर्थ श्रेणी तक सीमित रह गया है जबकि चतुर्थ श्रेणी के योग्य कम पढ़े-लिखे युवाओंं का भविष्य तो खत्म ही हो गया है।
बुवानीवाला ने बताया कि पिछले 5 सालों के दौरान एचएसएससी द्वारा मात्र 90 हजार के करीब भर्तियां ही निकाली गई उसमें भी ज्यादात्तर भर्तियां या तो लटकी हुई है या फिर रद्द हो चुकी है। खट्टर सरकार ने एचएसएससी को नौकरियां देने के बजाऐं बेरोजगार युवाओं से पैसे ऐंठने का तंत्र बना दिया है। बुवानीवाला ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं के भविष्य को अंधकारमय करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। नौकरियों के नाम पर युवाओं को मानसिक व आर्थिक रूप से परेशान किया जा रहा है और सरकार अपने नुमाईंदों को बार-बार पेपर लीक करके या बार-बार भर्तियां रद्द करके किसी बड़ें घोटाले की साजिश को अंजाम दे रही है। बुवानीवाला ने कहा कि भाजपा शासित प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकारी नौकरियों पर श्वेत पत्र लाए और जनता को बताए कि कितना रोजगार दिया और कितने पद अभी खाली है।
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